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साउथ सुपर स्टार के प्यार में कैसे पड़ी नम्रता शिरोड़कर, शादी के लिए महेश बाबू ने रखी थी ये शर्त


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मुंबई –नम्रता शिरोडकर और साउथ सुपरस्टार महेश बाबू की लव स्टोरी की शुरुआत किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. एक्टर ने पहली बार नम्रता को देखा और उन पर ऐसे फिदा हुए कि उनके साथ अपनी पूरी जिंदगी बिताने का फैसला कर लिया. नम्रता फिल्मी दुनिया की उन अदाकाराओं में से एक हैं, जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के साथ-साथ खूबसूरती से भी दर्शकों का खूब दिल जीता. 1993 में मिस इंडिया का खिताब हासिल करके के बाद नम्रता ने 1998 में रिलीज हुई सलमान खान की फिल्म ‘जब प्यार किसी से होता है’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की.

जल्द ही मिल गई नम्रता को खास पहचान

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नम्रता ने बहुत कम वक्त में ही इंडस्ट्री में अपनी एक खास पहचान हासिल कर ली थी. उन्होंने अपने छोटे से करियर में ही शानदार फिल्में दर्शकों के सामने पेश कीं. नम्रता का करियर जिस समय पीक पर था, तब ही उन्होंने अभिनय को अलविदा करने का फैसला कर लिया. ऐसे में उन्होंने कई लोगों को हैरान भी किया. हालांकि, कम ही लोग ऐसे हैं जो जानते होंगे कि आखिर ऐसा क्या हुई कि नम्रता ने एक्टिंग छोड़ने का फैसला कर लिया.

कैसे हुई महेश और नम्रता के प्यार की शुरुआत

नम्रता शिरोडकर और साउथ के प्रिंस कहे जाने वाले महेश बाबू की शादी को अब 18 साल पूरे हो गए हैं। वहीं दोनों के बीच में प्यार ऐसा है कि लगता है अभी हाल ही में शादी हुई हो।

पहली मुलाकात में नम्रता के हो गए थे महेश

नम्रता ने 10 फरवरी, 2005 को साउथ फिल्मों के सुपरस्टार महेश बाबू संग शादी करने कर घर बसा लिया. इसी के बाद उन्होंने एक्टिंग से भी मुंह मोड़ लिया. नम्रता और महेश बाबू की मुलाकात तेलुगू फिल्म ‘वामसी’ के सेट पर हुई थी. नम्रता को देखते ही एक्टर उन्हें दिल दे बैठे. फिल्म की शूटिंग के साथ-साथ नम्रता और महेश की दोस्ती भी गहरी होती चली. वक्त के साथ दोनों का रिश्ता जल्द ही प्यार में बदल गया और दोनों ने पूरी जिंदगी एक दूसरे के साथ बिताने का फैसला कर लिया. हालांकि, यह इतना आसान नहीं था.

महेश बाबू ने रखी थी ये शर्त

शादी के कई सालों बाद नम्रता ने अपने एक इंटरव्यू में खुलासा कि शादी से पहले महेश बाबू ने उनके सामने एक शर्त रख दी थी. उन्होंने कहा था कि शादी के बाद उन्हें फिल्मों में अपना करियर खत्म करना होगा. महेश चाहते थे कि एक्ट्रेस सिर्फ घर-परिवार ही संभाले. नम्रता ने कहा कि महेश बाबू अपने इस बात के लिए बिल्कुल स्पष्ट थे कि उन्हें वर्किंग वूमन नहीं चाहिए. वहीं, नम्रता ने भी उनकी इस शर्त को मान लिया.

नम्रता ने भी रख दी थी शर्त

नम्रता ने भी महेश बाबू के सामने एक शर्त रख दी थी. एक्ट्रेस ने कहा था कि वह सबसे पहले एक अपार्टमेंट में शिफ्ट होंगे. एक्ट्रेस ने अपने इंटरव्यू में कहा, ‘मैं मुंबई से थी और मुझे नहीं पता था कि मैं इन बंगलें में कैसे एडजस्ट कर पाऊंगी. मुझे डर लगता था, इसीलिए मैंने उनसे कहा कि अगर मैं हैदराबाद रहने आई तो हम अपार्टमेंट में ही रहेंगे और वह इसके लिए तैयार हो गएं. मेरी ही तरह वह भी अपनी बात पर क्लियर थे कि उनकी पत्नी काम नहीं करेगी.’

इंडस्ट्री के परफेक्ट कपल हैं नम्रता-महेश

नम्रता और महेश ने शादी के लिए एक दूसरे को थोड़ा वक्त दिया. इस दौरान एक्ट्रेस ने अपनी सभी पेंडिंग फिल्मों पर काम खत्म किया. पिछली बार नम्रता को 2004 में रिलीज हुई फिल्म ‘इंसाफ- द जस्टिस’ और ‘ब्राइड एंड प्रेज्यूडिस’ में देखा गया था. इसके बाद वह 2005 में महेश बाबू संग शादी कर अपने परिवार में व्यस्त हो गईं. आज दोनों को इंडस्ट्री के परफेक्ट क्लस में से एक कहा जाता है इसके 2 बच्चे- बेटी सितारा और बेटा गौतम है.

नम्रता शिरोडकर ‘शिरडी के साईं बाबा’ में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आई थीं

नम्रता शिरोडकर 1977 में आई शत्रुघ्न सिन्हा की फिल्म ‘शिरडी के साईं बाबा’ में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आई थीं. वह अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी के साथ फिल्म ‘पूरब की लैला और पश्चिम की छैला’ से डेब्यू करने वाले थीं, लेकिन ये फिल्म कभी रिलीज नहीं हो पाई.

नम्रता शिरोडकर की फिल्मे

पहली फिल्म से दर्शकों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ने में सफल रहीं नम्रता शिरोडकर ने कई फिल्मों में काम किया. ‘वास्तव’, ‘अलबेला’, ‘तेरा मेरा साथ रहे’, ‘दिल विल प्यार व्यार’, ‘कच्चे धागे’ जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीत लिया। यही नहीं उन्होंने ‘एलओसी कारगिल’, ‘हीरो हिंदुस्तानी’ और ‘मसीहा’ जैसी फिल्मों में भी लोगों का दिल जीत लिया। हिंदी फिल्मों में काम करने के साथ ही एक्ट्रेस ने साउथ की फिल्मों में भी किस्मत आजमाई

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