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राजनीति

कौन हैं गणपत गायकवाड़?,जिसने पुलिस स्टेशन में घुसकर शिंदे गुट के नेता को मारी गोली-जानें


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नई दिल्लीः महाराष्ट्र के उल्हासनगर में भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ द्वारा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता महेश गायकवाड़ को गोली मारने के आरोपों पर राजनीति गरमा गई है। विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पुलिस ने इस मामले में भाजपा विधायक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं।

पुलिस स्टेशन में घुसकर शिंदे गुट के नेता को मारी गोली

महाराष्ट्र में भाजपा के एक विधायक ने थाने में घुसकर शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता को गोली मार दी। उन्होंने पुलिस के सामने ही एक दो नहीं बल्कि ताबड़तोड़ छह गालियां चलाईं। इस गोलीबारी में शिंदे गुट के नेता और समर्थक घायल हो गए। इस घटना के बाद सवाल उठता है कि कौन हैं बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ और उन्होंने शिंदे गुट के नेता महेश गायकवाड़ पर क्यों फायरिंग की?

कौन हैं गणपत गायकवाड़ और महेश गायकवाड़

गणपत गायकवाड़, कल्याण ईस्ट सीट से भाजपा विधायक हैं। गायकवाड़ तीन बार के विधायक है और साल 2009 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। गणपत गायकवाड़ दो बार निर्दलीय विधायक रहे हैं। गायकवाड़ ने सुलभा गायकवाड़ से शादी की है और इनके तीन बच्चे वैभव गायकवाड़, सयाली गायकवाड़ और प्रणव गायकवाड़ हैं। वहीं शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ कोरपोरेटर हैं और सीएम एकनाथ शिंदे के करीबी माने जाते हैं। महेश गायकवाड़ उल्हासनगर शिवसेना के प्रमुख भी हैं।

तीन बार के विधायक हैं गणपत गायकवाड़

गणपत गायकवाड़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सीनियर लीडर हैं। गणपत गायकवाड़ पहली बार साल 2009 में कल्याण ईस्ट से विधायक बने थे। इसके बाद उन्होंने लगातार साल 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की। वर्तमान में भी वे विधायक हैं। वे कल्याण के रहने वाले हैं। गणपत गायकवाड़ सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं।

क्या बोले बीजेपी विधायक?

गणपत गायकवाड़ ने अपनी गिरफ्तारी से पहले एक समाचार चैनल से फोन पर कहा कि उनके बेटे को पुलिस थाने में पीटा जा रहा था इसलिए उन्होंने गोली चलाई. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में ‘‘अपराधियों का साम्राज्य’’ स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. महेश गायकवाड़ को पहले एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें ठाणे स्थित एक निजी चिकित्सा केंद्र ले जाया गया.शिवसेना की कल्याण इकाई के प्रभारी गोपाल लांडगे ने कहा, ‘‘उनका (महेश गायकवाड़ का) ऑपरेशन सफल रहा.’’अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे के मुताबिक, गणपत गायकवाड़ का बेटा जमीन संबंधी विवाद के सिलसिले में शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने आया था, तभी महेश गायकवाड़ अपने लोगों के साथ वहां पहुंचे. बाद में गणपत गायकवाड़ भी थाने पहुंचे.

विपक्ष ने सरकार पर लगाए आरोप

महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वडेत्तिवार ने घटना को लेकर सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किए एक पोस्ट में लिखा ‘उल्हासनगर के एक पुलिस स्टेशन में भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ और शिंदे गुट के कोरपोरेटर के बीच फायरिंग की घटना हुई है। भाजपा के बॉस ‘सागर’ बंगले में बैठे हैं और शिंदे गुट के बॉस ‘वर्षा’ बंगले में बैठे हैं, इसलिए दोनों पार्टियों के पदाधिकारियों और विधायकों को लगता है कि वह पुलिस के साथ खेल सकते हैं और कानून को अपने हाथ में ले सकते हैं।’

जमीन को लेकर हुआ विवाद

भाजपा के विधायक गणपत गायकवाड़ और शिवसेना शिंदे गुट के नेता महेश गायकवाड़ के साथ उनके समर्थक जमीन विवाद को लेकर उल्हासनगर के हिल लाइन पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। एक सीनियर पुलिस कर्मी के केबिन में उनके बीच बातचीत चल रही थी। इस दौरान शिंदे गुट के नेता की किसी बात लेकर बीजेपी विधायक भड़क उठे। इसके बाद गणपत गायकवाड़ ने महेश गायकवाड़ और उनके एक समर्थक पर 6 राउंड फायरिंग कर दी, जिससे दोनों घायल हो गए।उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता आनंद दुबे ने घटना को लेकर कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ‘जिस विधायक को लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहिए, वे लोगों पर फायरिंग कर रहे हैं। तीन इंजन की सरकार में दो पार्टियों के नेता लड़ रहे हैं और एक दूसरे को मारने की कोशिश कर रहे हैं।’

उल्हासनगर घटना पर क्या बोले डीसीपी

ठाणे के डीसीपी सुधाकर पठारे ने कहा कि उल्हासनगर गोलीबारी की घटना में भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने छह गोलियां चलाई थीं। उन्होंने कहा कि दोनों नेता किसी बात को लेकर थाने पहुंचे थे। बातचीत के दौरान गणपत गायकवाड़ ने महेश गायकवाड़ और उसके लोगों पर गोली चला दी।

पुलिस स्टेशन में हुई फायरिंग

भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ और शिवेसना नेता महेश गायकवाड़ के बीच कल्याण ईस्ट में एक संपत्ति पर मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा है। इस मुद्दे पर दोनों पक्ष बीती 31 जनवरी को आमने-सामने आ गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों पक्ष इसी मामले में शिकायत करने के लिए शुक्रवार शाम को उल्हासनगर के हिल लाइन पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। इसी दौरान दोनों पक्षों में फिर विवाद हो गया और विवाद इतना बढ़ा कि भाजपा विधायक पर आरोप है कि उन्होंने महेश गायकवाड़ और उनके समर्थकों पर फायरिंग कर दी। घटना में शिवसेना नेता और उनके एक समर्थक को दो-दो गोलियां लगी हैं। दोनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं पुलिस ने इस मामले में भाजपा विधायक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। भाजपा विधायक का दावा है कि दूसरे पक्ष ने उनके बेटे के साथ बदतमीजी की, ऐसे में उन्होंने आत्मरक्षा में गोलियां चलाईं।

गोलीकाड़ की जांच के लिए टीम गठित

उल्हासनगर गोलीकांड को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने हाई लेवल जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद एसीपी नीलेश सोनावणे की अगुवाई में क्राइम ब्रांच एसआईटी की टीम गठित कर दी गई है। ये टीम उल्हासनगर घटना की जांच करेगी। अस्पताल भर्ती घायल महेश गायकवाड़ और उनके समर्थक की हालात नाजुक बताई जा रही है।

झगड़े का कारण क्या था?

अधिकारी ने बताया कि विधायक और शिवसेना नेता के बीच झगड़े के दौरान गणपत गायकवाड़ ने वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर महेश गायकवाड़ पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं, जिससे वह और उनका सहयोगी घायल हो गए. गणपत गायकवाड़ ने एक समाचार चैनल से कहा, ‘‘हां, मैंने खुद (उन्हें) गोली मारी. मुझे कोई पछतावा नहीं है. अगर मेरे बेटे को पुलिस थाने के अंदर पुलिस के सामने पीटा जा रहा है, तो मैं क्या करूंगा.’’ उन्होंने दावा किया कि उन्होंने पांच गोलियां चलाईं. बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ‘‘महाराष्ट्र में अपराधियों का साम्राज्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं.’’ बीजेपी और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हैं. पुलिस ने गणपत गायकवाड़ के अलावा दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है.

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