x
भारत

Interim Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज पेश करेंगी अंतरिम बजट,मिडिल क्लास और श्रमिकों के लिए होगा खास


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी 2024 को अपना छठा और पहला अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं. यह चुनावी साल है, ऐसे में नई सरकार के गठन से पहले अस्थाई व्यवस्था के तौर अंतरिम बजट पेश किया जाता है. यह नई सरकार के आने तक ‘वोट ऑन अकाउंट’ की तरह होगा जिससे सरकार अपने राजस्व और व्यय के अनुमान पेश करके मार्केट में निवेशकों के भरोसा बनाए रखने की कोशिश करती है.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहली बार पेश कर रही अंतरिम बजट

यह बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लिए बेहद खास है क्योंकि यह उनका पहला अंतरिम बजट है. इससे पहले वह 5 पूर्ण बजट साल 2019 से 2023 के बीच पेश कर चुकी हैं. मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान तत्कालीन वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया था. 2019 के अंतरिम बजट में वित्त मंत्री ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना, टैक्स छूट और स्टैंडर्ड डिडक्शन जैसे कई महत्वपूर्ण ऐलान अंतरिम बजट में ही किए थे.

अंतरिम बजट पर क्या बोले पीएम मोदी?

अंतरिम बजट लोकसभा चुनावों के बाद नई सरकार का गठन होने तक देश की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए संसद की स्वीकृति प्रदान करेगा। 17वीं लोकसभा के अंतिम सत्र के ठीक पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब चुनाव का समय निकट होता है तब आमतौर पर पूर्ण बजट नहीं रखा जाता। हम भी उसी परंपरा का निर्वाह करते हुए पूर्ण बजट नई सरकार बनने के बाद आपके समक्ष लेकर आएंगे। इस बार दिशा देने वाली बातें लेकर देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना बजट पेश करने वाली हैं।चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को लोगों का समर्थन मिलने का विश्वास व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे दृढ़ विश्वास है कि देश आगे बढ़ रहा है और प्रगति की नई ऊंचाइयां छू रहा है। देश समग्र और समावेशी विकास का अनुभव कर रहा है। लोगों के आशीर्वाद से यह यात्रा लगातार जारी रहेगी।’ मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में अरुण जेटली ने वित्त मंत्री का पद संभाला था और उन्होंने साल 2014 से 2019 तक बजट पेश किया था, मगर उनके खराब स्वास्थ्य के कारण बाद में यह पद पीयूष गोयल को दे दिया गया था. ऐसे में उन्होंने 1 फरवरी 2019 मोदी सरकार का पहला अंतरिम बजट पेश किया था.

क्या है बजट का पूरा शेड्यूल?

परंपरा के अनुसार इस साल भी वित्त मंत्री सुबह 11 अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं. बजट पेश करने से पहले पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा जिसमें 9 बजे वित्त मंत्री अपने घर से नॉर्थ ब्लॉक की तरफ जाएंगी. अधिकारियों से मीटिंग के वह बजट के लिए राष्ट्रपति से मंजूरी लेंगी. इसके बाद 10.15 मिनट के आसपास कैबिनेट बैठक में बजट को मंजूरी दी जाएगी. इसके बाद 11 बजे वित्त मंत्री संसद में बजट पेश करेंगी.

पीएम मोदी ने राम-राम से मीडिया वार्ता की शुरुआत की

संसद परिसर में मीडिया से वार्ता में ‘राम राम’ से अपनी बात शुरू करते हुए प्रधानमंत्री मोदी सदन में हुड़दंग करने वाले विपक्षी सांसदों पर जमकर बरसे और ऐसे सांसदों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि संसद में विपक्ष की ओर से तीखी आलोचना स्वाभाविक है और इसका सभी स्वागत करते हैं। विपक्षी सांसदों की विचारपूर्ण आलोचना को आने वाले समय में भी याद किया जाएगा। लेकिन जिन सांसदों ने पिछले 10 वर्षों के दौरान सिर्फ आदतन हंगामा और हुड़दंग किया, उनकी चर्चा भी नहीं होगी। ऐसे सांसदों के संसद में योगदान को शायद ही कोई याद करे, उनके संसद में काम के बारे में उनके क्षेत्र की जनता भी नहीं जानती।

पीएम ने विपक्षी सांसदों को दिए संदेश

प्रधानमंत्री ने विपक्षी सांसदों के लिए संसद के इस अंतिम सत्र को एक नया अवसर बताया, जिस दौरान वे अपनी पुरानी गलतियों का प्रायश्चित कर सकते हैं और सकारात्मक बहस में हिस्सा लेकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत कर सकते हैं। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र के दौरान हंगामा करने वाले 146 सांसदों को निलंबित कर दिया था, लेकिन बजट सत्र से पहले उनका निलंबन वापस ले लिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने बजट सत्र को नारी शक्ति की दृष्टि से भी अहम करार दिया। उन्होंने कहा कि संसद के नए भवन में हुई पहली बैठक में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पास कर महिला सशक्तीकरण की नई गाथा लिखी गई। अब बजट सत्र के पहले दिन महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में संबोधन है, गुरुवार को महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। प्रधानमंत्री ने अपनी बात का अंत भी ‘राम राम’ कहकर किया।

बजट में पर्यटन का जिक्र

पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए निर्मला सीतारमण ने कुछ मुख्य बातें कहीं। सबसे पहले उन्होंने ट्रांसपोर्ट के लिए बड़ा ऐलान किया। वित्त मंत्री ने बताया कि देश में अब कुल 149 एयरपोर्ट बन चुके हैं। पिछले दस सालों में एयरपोर्ट की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है।इसके अलावा आम ट्रेनों की बोगियों को सरकार वंदे भारत के स्तर पर बनाने की तैयारी में है। 40,000 रेल कोच को वंदे भारत में तब्दील किया जाएगा। मेट्रो और नमो रेल का भी अन्य शहरों तक विस्तार किया जाना है।आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना है। साथ ही राज्यों को पर्यटन स्थल में विकसित करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। वित्त मंत्री ने लक्षद्वीप पर्यटन और कॉन्फ्रेंस पर्यटन का जिक्र किया। विदेशी यात्रियों को घरेलू पर्यटन की ओर आकर्षित करने के लिए राज्यों के पर्यटन को विकसित करने की योजना है।

लक्षद्वीप

साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप यात्रा की तस्वीरे सोशल मीडिया पर शेयर की थीं, जिसके बाद लोगों ने लक्षद्वीप की तुलना मालदीव से करना शुरू कर दी। कई सेलेब्स ने लक्षद्वीप पर्यटन को बढ़ावा देने की अपील की।अब सरकार ने बजट में लक्षद्वीप को भी बड़ा तोहफा देने का फैसला लिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि लक्षद्वीप समेत कई द्वीपों पर पर्यटन के लिए नई परियोजनाओं का एलान किया जाएगा।

आध्यात्मिक पर्यटन

22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का समारोह हुआ। देश-विदेश से मेहमान अयोध्या पहुंचे। राम मंदिर निर्माण के बाद से अयोध्या पर्यटन को बढ़ावा मिला है। शहर का भी पुर्निद्धार किया गया। अत्याधुनिक रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक का निर्माण हुआ। आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर सरकार का जोर रहेगा।1 फरवरी 2023 को एनडीए 2.0 सरकार का आखिरी पूर्ण बजट था. आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी, जिसमें लोकसभा चुनाव से पहले केवल सरकारी खर्चों को कवर किए जाने की उम्मीद की जा रही है. यह BJP के नेतृत्व वाली सरकार का दूसरा अंतरिम बजट है. साल 2019 में पूर्व वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट पेश किया था.

बजट 2023 की खास बातें

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2023 को बजट पेश किया. यह बजट 45,03,097 करोड़ रुपये का था. कुल खर्च में से राजस्व खर्च 35,02,136 करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया था.
उधार के अलावा सरकार की कुल प्राप्तियां 27.2 लाख करोड़ रुपये आंकी गईं.
नेट टैक्स प्राप्तियां 23.3 लाख करोड़ रुपये अनुमानित थीं.
चालू वित्त वर्ष के लिए फिस्कल डेफिसिट 6.4 प्रतिशत की तुलना में सकल घरेलू उत्पाद का 5.9 प्रतिशत अनुमानित था.
सेक्योरिटीज से नेट मार्केट लोन 11.8 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान था.
ग्रॉस मार्केट लोन 15.4 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था.
भारतीय रेलवे के लिए 2.4 लाख करोड़ रुपये का उच्चतम कैपिटल एक्सपेडिचर.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2023/24 में भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ 6-6.8 प्रतिशत रहेगी.
वित्त मंत्री ने 2022/23 में संशोधित 217,000 करोड़ रुपये से 2023/24 में रोड ट्रांसपोर्टेशन के लिए एक्सपेंडिचर को 24.4 प्रतिशत बढ़ाकर 270,000 करोड़ रुपये करने का भी प्रस्ताव रखा गया था.
शिक्षा बजट को 2023/24 के लिए बढ़ाकर 113,000 करोड़ रुपये कर दिया गया था, जबकि 2022/23 में इसे 99,900 करोड़ रुपये कर रखा गया.

Back to top button