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‘कर्मा कॉलिंग’ वेब सीरीज रिव्‍यू : एलीट क्लास के दिखावटी मुस्कुराते चेहरों के पीछे फरेब और विश्वासघात की कहानी


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मुंबई – डिज्नी प्लस हॉटस्टार की नई वेब सीरीज कर्मा कॉलिंग का निर्देशन रुचि नारायण ने किया है। यह अमेरिकन शो रिवेंज का भारतीय रूपांतरण है जिसमें रवीना ने अल्ट्रा रिच बिजनेस फैमिली की महिला का रोल निभाया है। कर्मा कॉलिंग सोप ओपेरा स्टाइल की फैमिली थ्रिलर सीरीज है जिसमें प्लॉट ट्विस्ट्स और टर्न्स हैं। सीरीज के पहले सीजन में सात एपिसोड्स हैं।

अमेरिकन थ्रिलर शो रिवेंज का भारतीय रूपांतरण

कर्मा तलवार भी इस फिलॉस्फी को मानती है और खुद इसे सच बनाने का साधन बन जाती है। जिन लोगों ने उसके परिवार के साथ बुरा किया था, वो उन्हें बर्बाद करने निकल पड़ती है।कर्मा तलवार डिज्नी प्लस हॉटस्टार की सीरीज कर्मा कॉलिंग की नायिका है। यह सीरीज अमेरिकन थ्रिलर शो रिवेंज का भारतीय रूपांतरण है। रुचि नारायण ने सीरीज को भारतीय परिप्रेक्ष्य में रूपांतरित करने के साथ निर्देशन भी किया है।

क्या है कर्मा कॉलिंग की कहानी?

कर्मा कॉलिंग के केंद्र में कर्मा तलवार उर्फ अम्बिका मेहरा (नम्रता शेठ) है। कर्मा जब आठ साल की थी, उसके ईमानदार पिता सत्यजीत मेहरा (रोहित रॉय) को अलीबाग की अल्ट्रा रिच कोठारी फैमिली 3000 करोड़ के एक बैंक घोटाले में फंसा देती है। सत्यजीत को जेल हो जाती है और सब मिलकर ऐसी साजिश रचते हैं कि अदालत में वो दोषी साबित हो जाता है। सजा काटने के दौरान जेल में ही सत्यजीत की मौत हो जाती है। अम्बिका को अनाथालय भेज दिया जाता है, जहां उसके दिमाग में यह डाला जाता है कि उसका पिता हैवान है, जिसने हजारों लोगों की जिंदगी तबाह की है।सच्चाई से सामना होने तक अम्बिका भी यही समझती है। अम्बिका कैसे ताकतवर और अमीर कोठारी फैमिली से बदला लेने की योजना बनाती है? कैसे वो हर एक शख्स को उसके पेशे के हिसाब से साजिश करके बर्बाद करती है? किस तरह इंद्राणी कोठारी (रवीना टंडन) के एलीट सर्किल में एंट्री बनाती है?

कैसा है कर्मा कॉलिंग का स्क्रीनप्ले?

रुचि नारायण ने इस कहानी को सात एपिसोड्स में बांटा है। हर एपिसोड की अवधि औसतन 40 मिनट है। मूल सीरीज रिवेंज की कहानी माइक केली और जो फैजियो ने लिखी है, जिसे रुचि ने अडेप्ट किया है। सीरीज के संवाद पूर्वा नरेश ने लिखे हैं। अच्छी बात यह है कि जब नायिका कर्मा अपने वॉइसओवर में कर्मों के हिसाब-किताब की बात करती है तो कर्म को ‘कर्मा’ नहीं बोलती।

कर्मा कॉलिंग में रिवेंज स्टोरी के साथ लव ट्रायंगल

कर्मा कॉलिंग में रिवेंज स्टोरी के साथ लव ट्रायंगल भी है। एलीट क्लास के दिखावटी मुस्कुराते चेहरों और चमचमाती ड्रेसेज के पीछे का खालीपन और अंधेरा है। शादी की 25वीं सालगिरह मना रहे रिश्ते के पीछे धोखाधड़ी है। चैरिटी पार्टियों और ढकोसलों के जरिए अपना रसूख और दबदबा कायम रखने की बेशर्म चाहत है। फायदे के लिए जमीर को ताक पर रखकर होने वाले समझौते हैं।

कैसा है कलाकारों का अभिनय?

रवीना टंडन ने नेटफ्लिक्स की सीरीज अरण्यक से ओटीटी डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने पुलिस अधिकारी का रोल निभाया था। कर्मा कॉलिंग में रवीना का किरदार इंद्राणी 90 के दशक की टॉप हीरोइन का है, जो एक बड़े बिजनेसमैन कौशल कोठारी से शादी करती है।रवीना के लिए यह किरदार निभाना मुश्किल नहीं रहा होगा। अपने अतीत के गर्व में डूबी रईस औरत होने के साथ वो एक मां और पत्नी भी है, जिसके लिए अपने स्टेटस और बच्चों की ख्वाहिशों के बीच तालमेल बैठाना मुश्किल हो रहा है। रवीना इन भावों को लाने में सफल रही हैं।

कर्मा कॉलिंग’ के डायलॉग्‍स

‘कर्मा कॉलिंग’ के डायलॉग्‍स भी जमते नहीं हैं। स्‍क्रीनप्‍ले में भरोसे की कमी खलती है और यही कारण है कि इसके किरदारों के लिए कुछ भी महसूस करना मुश्‍क‍िल है। यहां तक कि इंद्राणी जो कहानी का मुख्‍य किरदार है, उसको लेकर भी स्‍पष्‍ट नहीं है कि उसके इरादें क्‍या हैं, वह वास्तव में क्या चाहती है! सीरीज देखते हुए यह बात भी बड़ी अजीब लगती है कि कर्मा बड़ी आसानी से बदला लेती जा रही है, जबकि उसकी प्‍लानिंग बड़ी ही बेतुकी है। वह बिना किसी समस्‍या के इंद्राणी और उससे जुड़े लोगों के जीवन में भूचाल ला देती है।

मुख्य आकर्षण रवीना टंडन

बहरहाल, शो की मुख्य आकर्षण रवीना टंडन हैं, जो छोटे पर्दे पर भी अपनी काबिलियत साबित करती हैं। भले ही स्‍क्रीनप्‍ले में में तमाम तरह की खामियां हों, लेकिन बावजूद इसके रवीना अपने किरदार की बारीकियों को बखूबी समझती हैं। नम्रता सेठ भी पूरे आत्मविश्वास से काम करती हैं। एक अमीर समलैंगिक जेन खान के रोल में विराफ पटेल व्यंग्यात्मक लगते हैं। कर्मा के पिता सत्यजीत के रोल में रोहित रॉय अपने छोटे स्‍क्रीन टाइम में भी अच्‍छे लगे हैं। इंद्राणी के विद्रोही स्‍वभाव वाले बच्चों की भूमिका में वरुण सूद और देवांगशी सेन अच्छे लगे हैं।

कर्मा कॉलिंग’ वेब सीरीज रिव्‍यू

रवीना टंडन स्‍टारर यह वेब सीरीज हिट अमेरिकी शो ‘रिवेंज’ का देशी वर्जन है। यह सीरीज इंद्राणी की चमकदार दुनिया और खून से लथपथ बदला लेने की कहानी में तालमेल बिठाने या यह कहें कि फिट करने के लिए लगातार जतन करती है। यहां सबसे बड़ी समस्‍या ये है कि सीरीज का स्‍क्रीनप्‍ले सतही और आलसी लगता है। यह पूरी तरह से एक पश्चिम देश कहानी को देसी सेटिंग में दोहराने पर फोकस है। कई ऐसे किरदार हैं, जो स्टीरियोटाइप हैं। इन किरदारों में गहराई की कमी खलती है। ये लगातार ‘पैसे वाले’ और ‘गरीब’ जैसे शब्दों पर जोर देते हैं, जिससे पूरी कहानी नीरस लगती है।

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