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राजनीति

उद्धव ठाकरे के खास विधायक रवींद्र वायकर के घर ईडी ने की छापेमारी ,लगा ये गंभीर आरोप


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नई दिल्लीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ठाकरे गुट के नेता और उद्धव ठाकरे के विश्वासपात्र रवींद्र वायकर के जोगेश्वरी स्थित घर पर छापा मारा है। मंगलवार सुबह ईडी की टीम ने वायकर के घर पर छापेमारी की। ईडी की इस टीम में 10 से 12 अधिकारी शामिल हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम सुबह करीब 8:30 बजे वायकर के घर पहुंची। इसके बाद ईडी वायकर के घर की तलाशी ले रही है। ईडी वायकर से संबंधित सात स्थानों पर छापेमारी कर रही है, जिसमें उनके साझेदारों के घर भी शामिल हैं।

वायकर के घर पर छापेमारी

ऐसे में मंगलवार को ईडी की टीम ने वायकर के घर पर छापेमारी कर निर्णायक कार्रवाई की ओर पहला कदम बढ़ाया है। ऐसे में ये देखना अहम हो गया कि आगे क्या होगा? शिवसेना विधायकों की अयोग्यता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष हुई सुनवाई का नतीजा बुधवार को घोषित किया जाएगा। इस पृष्ठभूमि में रवींद्र वायकर के खिलाफ ईडी की कार्रवाई सांकेतिक और महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा मामला

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने मंगलवार को उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना विधायक रविंद्र वायकर (64) के ठिकानों पर छापा मारा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ED की टीम लग्जरी होटल के निर्माण में कथित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए उनके यहां पहुंची थी। जांच एजेंसी ने वायकर के 7 स्थानों पर छापा मारा है, जिसमें उनका जोगेश्वरी स्थित आवास, कार्यालय और मातोश्री क्लब शामिल हैं।

लगा ये गंभीर आरोप

दरअसल, जोगेश्वरी के वेरावली गांव में एक भूखंड का दुरुपयोग करने और उस भूखंड पर पांच सितारा होटल के निर्माण करने के मामले में रविंद्र वायकर पर आरोप लगा है। इस भूखंड को लेकर 500 करोड़ रुपये का घोटाला किए जाने का यह आरोप भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष किरीट सोमैया ने लगाया है। सोमैया ने इस मामले की जांच के लिए ईडी के समक्ष शिकायत की थी। इसी शिकायत के आधार पर ईडी की टीम मामले की गहन छानबीन कर रही है।

संजय राउत-अनिल परब के घर पहले हुई छापेमारी

इससे पहले ईडी ने ठाकरे समूह के नेता संजय राउत और अनिल परब के घर पर छापेमारी की थी। इनमें संजय राउत को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें करीब तीन महीने तक जेल में रहना पड़ा था। इसके बाद लगातार रवींद्र वायकर का नाम चर्चा में रहा।

क्या है मामला?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, वायकर से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग का मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की FIR के बाद ED के सामने आया है। इस FIR में आरोप है कि विधायक ने एक बगीचे के लिए आरक्षित जमीन पर पांच सितारा होटल बनाने के लिए अवैध रूप से मंजूरी प्राप्त की, जिससे बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) को भारी नुकसान हुआ है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने वायकर पर वित्तीय गड़बड़ी के आरोप लगाए थे।

किरीट सोमैया ने लगाया था आरोप

बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने रवींद्र वायकर पर वित्तीय हेराफेरी के कई आरोप लगाए थे। सोमैया ने कहा था कि उद्धव ठाकरे और रवींद्र वायकर के व्यापारिक हित हैं। सोमैया ने कई बार चेतावनी भी दी थी कि रवींद्र वायकर जल्द ही जेल जाएंगे। हालांकि वायकर के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

किरीट सोमैया ने किया ट्वीट

ED की कार्रवाई पर किरीट सोमैया ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैं रवींद्र वायकर के खिलाफ ED की कार्रवाई का स्वागत करता हूं। जुलाई, 2021 में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जोगेश्वरी में BMC आरक्षित खेल मैदान पर 2 लाख वर्ग फुट के पांच सितारा होटल के लिए अवैध अनुमति दी। वायकर के पार्टनर चंदू पटेल 160 करोड़ रुपये के पुष्पक बुलियन नोटबंदी घोटाले में शामिल थे।’ बता दें, वायकर महाराष्ट्र विधानसभा में जोगेश्वरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

विधायक रविंद्र वायकर को पूछताछ के लिए 17 जनवरी को बुलाया

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शिवसेना (यूबीटी) के विधायक रविंद्र वायकर को समन भेजकर 17 को पेश होने का आदेश दिया है। ईडी की ओर से यह समन जोगेश्वरी में कथित 500 करोड़ रुपये के जमीन घोटाले के संबंध में जारी किया गया है।

एक और नेता ईडी की गिरफ्त में

माना जा रहा है कि ईडी ने यह छापेमारी जोगेश्वरी में प्लॉट घोटाले के सिलसिले में की है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या ईडी को इस छापेमारी में किसी सबूत की जरूरत है और क्या उसके मुताबिक ईडी रवींद्र वायकर के खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई करेगी। अगर ऐसा होता है तो ठाकरे गुट का एक और नेता ईडी की गिरफ्त में आ जाएगा।

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