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भारत

वल्लभभाई पटेल पुण्यतिथि : लौह पुरुष 73वीं पुण्यतिथि आज ,पीएम मोदी ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- ग्रेट सरदार

नई दिल्लीः शुक्रवार 15 दिसंबर को लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की 73वीं पुण्यतिथि है. वह देश के उन प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे, जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में अपना अमूल्य योगदान दिया. आज वह हमारे बीच नहीं है लेकिन भारतवासियों के दिल में वल्लभभाई हमेशा जिंदा रहेंगे. उन्होंने आजादी के बाद बिना किसी लड़ाई के 565 रियासतों का विलय भारत नें करवाया था. इस कारण ही उन्हें लौह पुरुष कहा जाता है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान की सराहना की.

पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा कि ग्रेट सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि. उनके दूरदर्शी नेतृत्व और देश की एकता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने आधुनिक भारत की नींव रखीं. पीएम मोदी ने कहा कि उनका अनुकरणीय कार्य हमें एक मजबूत, अधिक एकजुट देश के निर्माण की दिशा में मार्गदर्शन करता है. पीएम मोदी ने कहा हम उनके जीवन से प्रेरणा लेते रहेंगे और समृद्ध भारत के उनके सपने को साकार करने की दिशा में काम करते रहेंगे.

565 रियासतों का भारत में करवाया था विलय

सरदार वल्लभभाई पटेल देश के उन प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे, जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. आजादी के बाद बिना किसी जंग के सरदार पटेल ने 565 रियासतों का विलय भारत में करवाया था. यही वजह है कि लोग उन्हें ‘लौह पुरुष’ कहते हैं. आज (15 दिसंबर) सरदार पटेल की 73वीं पुण्यतिथि है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद किया और उनके योगदान की सराहना की.

दिल का दौरा पड़ने से हुआ था निधन

सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म वर्ष 1875 में गुजरात के नाडियाड में हुआ था. वह कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भी रहे और आजादी की लड़ाई में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से एक थे. उन्होंने बहुत सी रैलियों को आयोजित करके ब्रिटिश सरकार को उखाड़ फेंका. देश को आजादी दिलाने के लिए वह कई बार जेल भी गए थे. 15 दिसंबर, 1950 को मुंबई में दिल का दौरान पड़ने से उनका निधन हो गया था.

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