Chhattisgarh Election 2023: बागियों पर कांग्रेस का एक्शन,6 नेताओं को 6 साल के लिए दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता
नई दिल्लीः छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) पार्टी से बगावत करने वालें नेताओं पर बड़ी कर्रवाई की गई है. कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे चार नेताओं को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है. कांग्रेस ने कहा कि, अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे चार बागी प्रत्याशियों को छह साल के लिए निष्कासित किया गया है. इसमें जशपुर से प्रदीप खेस, रायगढ़ से शंकर अग्रवाल, मुंगेली से रूपलाल कोसरे, कसडोल से गोरेलाल साहू, रायपुर उत्तर से अजीत कुकरेजा और संजारी बालोद से मीना साहू को निष्कासित किया गया है.
6 सालों के लिए किया निष्कासित
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इसके लिए आदेश जारी किया है। इसमें जशपुर से प्रदीप खेस, रायगढ़ से शंकर अग्रवाल, मुंगेली से रूपलाल कोसरे, कसडोल से गोरेलाल साहू, रायपुर नगर उत्तर से अजीत कुकरेजा, संजारी बालोद से मीना साहू को निष्कासित किया गया है। बता दें कि पार्टी ने इन सभी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्राथमिक सदस्यता से 6 सालों के लिए निष्कासित किया है।
रायपुर में अजित कुकरेजा ने की थी बगावत
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने का समय सोमवार (30 अक्टूबर) को समाप्त हो गया है. कांग्रेस और बीजेपी ने सभी 90 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिया है लेकिन इस बीच कई सीटों पर कांग्रेस को बगावत का सामना करना पड़ रह है. इसी में एक सीट रायपुर उत्तर की है, जहां कांग्रेस ने विधायक कुलदीप जुनेजा को फिर से मौका दिया है, लेकिन रायपुर नगर निगम में कांग्रेस की तरफ से एमआईसी मेंबर अजित कुकरेजा ने बगावत कर दी है.
दरअसल, प्रदेश में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इसके लिए कई नेता अपनी पार्टी से टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे। लेकिन पार्टी ने जीत दिलाने वाले कैंडिडेट पर दाव चला। इसके चलते कई नेता, कार्रकर्ता बागी हो गए। इन नेताओं ने पार्टी से बगावत करते हुए निर्दलीय नामांकन भर दिया।
अजित कुकरेजा ने भरा था निर्दलीय नामांकन
पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर नाराज कुकरेजा ने शक्ति प्रदर्शन कर निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया था. रायपुर उत्तर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी से 15 साल तक जुड़े रहे अजीत कुकरेजा ने पार्टी के फैसले को नकारते हुए निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था. इससे कांग्रेस पार्टी में हलचल तेज हो गई थी, क्योंकि रायपुर उत्तर में कांग्रेस सिटिंग एमएलए कुलदीप जुनेजा को फिर से टिकट दिया है. ऐसे में कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता था.
कांग्रेस ने की बागियों के खिलाफ कार्रवाई
छत्तीसगढ़ के चुनावी समर में कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज कई दावेदारों ने निर्दलीय पर्चा भर दिया। नाम वापसी के अंतिम दिन भी इन प्रत्याशियों ने नाम वापस नहीं लिया। जिसके बाद कांग्रेस ने बागी प्रत्याशियों के खिलाफ कार्रवाई की है। कांग्रेस ने जशपुर से प्रदीप खेस, रायगढ़ से शंकर अग्रवाल, मुंगेली से रूपलाल कोसरे, कसडोल से गोरेलाल साहू, रायपुर उत्तर से अजीत कुकरेजा और संजारी बालोद मीना साहू बागी विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ने वाले बागी प्रत्याशियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है।
अनूप नाग से हुई शुरुआत
कांग्रेस ने 22 विधायकों के टिकट 2023 विधानसभा चुनाव के लिए काटे हैं। जिसमें अंतागढ़ से विधायक अनूप नाग की टिकट भी काट दी गई। अब अनूप नाग अंतागढ़ से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी ने कुछ दिनों पहले अनूप नाग के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की थी। साथ ही कांग्रेस ने अनूप नाग की पत्नी शांति नाग को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है।