Om Puri Birth Anniversary: ओम पुरी ने अपना जन्मदिन खुद तय किया,एक किताब की वजह मची बवाल
मुंबई – बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेताओं में शुमार रहे ओम पुरी भले ही आज न हो, लेकिन उनकी काबिलियत का जमाना आज भी दीवाना है. बेहद गरीबी में बचपन गुजारने वाले ओम पुरी ने अपना जन्मदिन तक खुद तय किया था. एक्टर का फिल्मी करियर भले ही सफल रहा हो, लेकिन उनकी शादीशुदा जिंदगी बेहद असफल रही है.
मराठी फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ से की शुरुआत
अभिनेता ओम पुरी ने मराठी फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ से अपने करियर की शुरुआत की थी.इसके बाद अभिनेता धीरे-धीरे आगे बढ़ते चले गए,ओम पुरी ने फिल्म आक्रोश से बॉलीवुड में कदम रखा था.ओम पुरी और शबाना आजमी से जुड़ा एक किस्सा काफी लोकप्रिय है.शबाना आजमी ने एक बार अभिनेता के लुक्स पर कमेंट करते हुए कहा कि कैसे-कैसे लोग एक्टर बनने चले आते हैं. हालांकि, बाद में दोनों ने मिलकर कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया था.
खुद तय की थी बर्थडे की तारीख और मौत
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ओम पुरी को अपनी जन्मतिथि पता नहीं थी. दरअसल, उनके पास ऐसा कोई प्रमाण पत्र नहीं था, जिससे वह अपनी जन्मतिथि साबित कर पाते. ऐसे में उन्होंने अपने बर्थडे की तारीख खुद ही तय कर ली थी. ओम पुरी के मुताबिक, उनकी मां बताती थीं कि उनका जन्म दशहरे के दिन हुआ था, लेकिन तारीख किसी को पहचा नहीं थी. जब ओम पुरी मुंबई आए तो उन्होंने अपनी बर्थ डेट 18 अक्टूबर तय कर दी, क्योंकि उस साल दशहरा 18 अक्टूबर के दिन था.एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि मेरी मौत का तो आपको पता भी नहीं चलेगा. सोए-सोए चल देंगे. आपको पता चलेगा कि ओम पुरी का कल सुबह 7 बजकर 22 मिनट पर निधन हो गया. यह कहकर ओम पुरी हंस दिए थे. हकीकत में ओम पुरी का निधन 6 जनवरी 2017 के दिन अचानक हुआ था. उनकी मृत्यु की वजह दिल का दौरा पड़ना बताई गई थी.
ओम पुरी का बचपन
ओम पुरी का बचपन बेहद गरीबी में गुजरा था. जब वह सिर्फ छह साल के थे, उस दौरान सीमेंट चोरी करने के आरोप में उनके पिता को जेल में जाना पड़ा, जिसके बाद ओम पुरी का पूरा परिवार टूट गया. घर चलाने के लिए उन्होंने चाय वाले की दुकान में बर्तन धोने का काम था. इसके बाद ओम पुरी ने जैसे-तैसे पढ़ाई की और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में गए.ओम पुरी का करियर मराठी फिल्म घासीराम कोतवाल से शुरू हुआ था. वहीं, साल 1980 के दौरान फिल्म आक्रोश से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था. यह फिल्म हिट रही, जिसने ओम पुरी को इंडस्ट्री में स्थापित कर दिया.
ओम पुरी की फिल्मे
ओम पुरी को ‘आरोहण’ और ‘अर्द्ध सत्य’ के लिए बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है. आज अभिनेता भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन ‘जाने भी दो यारों’, ‘चाची 420’, ‘हेरा फेरी’, ‘मालामाल वीकली’, ’मिर्च मसाला’ आदि सुपरहिट फिल्मों ने आज भी अभिनेता को उनके फैंस के दिलों में हमेशा के लिए जिंदा रखा है.