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Global handwashing day 2023 : क्यों जरूरी है बार-बार हाथ धोना,जानें इसका सही तरीका


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नई दिल्लीः कीटाणुओं को फैलने से रोकने और दूर करने के लिए हाथों का साफ होना सबसे उचित और प्रभावी तरीका है। संक्रमणों से बचने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में हाथ की स्वच्छता का पालन करने के लिए दुनिया भर के लोगों को इसके प्रति प्रोत्साहित करने के लिए हर साल यह दिन मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सुझाए गए निर्देश के मुताबिक, हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोना जरूरी है।

कितनी बार हाथ धोएं

हाथ धोने से बैक्टीरिया का संक्रमण नहीं होता है। फ्लू और फूड पॉइजनिंग से भी बचे रहते हैं। लेकिन आपसे पूछा जाए कि आप दिनभर में कितनी बार हाथ होते हैं? 5, 10, 15 बार या उससे अधिक। आपने इस पर ध्यान नहीं दिया होगा। जवाब ये है कि हर दिन एवरेज लोग 8-10 बार हाथ धोते हैं। खाना खाने से पहले और टॉयलेट जाने के बाद तो यह जरूरी रहता है। लेकिन क्या इससे हाथों की साफ-सफाई पूरी हो जाती है?

डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. सुमित गुप्ता बताते हैं कि हाथ कितनी बार धोना चाहिए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन सा काम करते हैं।जो किचन में खाना पकाते हैं, छोटे बच्चों की देखभाल करते हैं वो दूसरों के मुकाबले ज्यादा हाथ धोते हैं। इसी तरह मवेशी पालने वाले, फैक्ट्री में काम करने वाले को ऑफिस में काम करने वालों से ज्यादा हाथ धोना पड़ता है। किसी अस्पताल में काम करने वाली नर्स और डॉक्टर को दिन में कई बार हाथ धोना पड़ता है।

हाथ साफ नहीं करने से कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं

अगर आपने हाथ नहीं धोए और दरवाजे का हैंडल पकड़ा है तो इस बात की आशंका अधिक रहती है कि कीटाणु से दूसरे लोग भी संक्रमित हो जाएं। हैंडवॉश नहीं करने से सबसे तेजी से नोरो वायरस फैलता है। इससे गैस्ट्रोएंटोराइटिस होने का खतरा रहता है। डायरिया, उल्टी, पेट दर्द होने लगता है। सांस से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं।

अपने हाथों को बार-बार धोएं

अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं, खासकर खाने से पहले, टॉयलेट का उपयोग करने के बाद, खांसने या छींकने के बाद और बाहर से आने के बाद.

हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें

यदि आपके पास साबुन और पानी नहीं है, तो अल्कोहल बेस हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें जिसमें कम से कम 60% अल्कोहल हो. सैनिटाइजर को अपने हाथों पर रगड़े

अपने चेहरे को छूने से बचें

कोशिश करें कि बिना धुले हाथों से अपनी आंखों, नाक या मुंह को न छुएं, क्योंकि इससे कीटाणु और बैक्टीरिया फैल सकते हैं.

बार-बार छुई जाने वाली चीजों को कीटाणुरहित करें

जिन वस्तुओं और सतहों को बार-बार छुआ जाता है, जैसे दरवाज़े के हैंडल, लाइट स्विच और काउंटरटॉप्स को साफ और कीटाणुओं से बचाएं.

कैसे धोएं हाथ

हाथों की स्वच्छता बनाए रखने और कीटाणुओं और बीमारियों से बचने के लिए अपने हाथों को ठीक से धोना बहुत जरूरी है. यहां अपने हाथों को प्रभावी ढंग से धोने के उपाय दिए गए हैं

  1. अपने हाथों को सबसे पहले साफ पानी (गर्म या ठंडे) से गीला करें और साबुन या लीक्विड सोप लगाएं.
  2. झाग बनाने के लिए अपने हाथों को आपस में रगड़ें. अपने हाथों के पीछे, अपनी उंगलियों के बीच और अपने नाखूनों के नीचे झाग बनाने के लिए हथेलियों रगडे़ं.
  3. अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक रड़ते हुए स्क्रब करें.
  4. इसके बाद अपने हाथों को साफ और नल के बहते पानी में अच्छी तरह से धोएं.
  5. अपने हाथों को एक साफ तौलिये से सुखाएं या उन्हें हवा में सुखाएं. यदि तौलिया का उपयोग कर रहे हैं, तो दूसरों के साथ उसे शेयर ना करें.

क्या बार-बार हाथ धोना भी बीमारी है

कुछ लोगों को बार-बार हाथ धोने का मन होता है। इसलिए वे दिनभर हाथ धोते रहते हैं। कोविड के दौरान लोगों में ये आदत अधिक बनी। लेकिन ऐसा करने से आपकी स्किन को नुकसान हो सकता है। जिन लोगों को बहुत ज्यादा हाथ धोने का मन करता है उन्हें ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (OCD) नाम की बीमारी होती है। ब्रिटिश जर्नल ऑफ डर्मेटॉलॉजी की एक रिसर्च के अनुसार, हाथ धोने के फायदे होते हैं। लेकिन ज्यादा हाथ धोने की वजह से हाथों में सूजन, रैशेज, खुजली और जलन जैसी समस्या देखी जा रही है।डॉ. गोयल बताते हैं कि बार-बार हाथ धोने से स्किन नमी खो देती है। स्किन रूखी और बेजान हो जाती है। अगर ये आदत लगातार बनी रहती है तो इससे डर्मेटाइटिस होने की आशंका बढ़ जाती है।

नियमित रूप से हाथ धोने के फायदे

  1. नियमित रूप से अपने हाथ धोने से कोविड के साथ सर्दी और फ्लू जैसे संक्रमण होने का खतरा कम हो सकता है।
  2. आंखों के संक्रमण को रोकने में मदद मिल सकती है, जो बैक्टीरिया और कीटाणुओं के कारण हो सकता है और ये हाथों से आंखों में आते हैं।
  3. स्वास्थ्य कर्मियों और रोगियों के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण बनाने के लिए नियमित रूप से हाथ धोना महत्वपूर्ण है।
  4. नियमित रूप से हाथ धोने से उन कीटाणुओं और जीवाणुओं को दूर करने में मदद मिलती है, जो दस्त और आंतों की बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

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