Google Birthday : 25 का हुआ गूगल,जानें शुरुआत से लेकर अब तक की कहानी

नई दिल्लीः Google Birthday,इंटरनेट की दुनिया में सबसे बड़ा नाम गूगल का है.गूगल आज 25 साल का हो गया है. 1998 में पूरी दुनिया में धूम मचाने वाले सर्च इंजन की शुरुआत हुई थी. बीते 25 सालों में ये इंटरनेट की दुनिया का बेताज बादशाह बन गया है. ये आज लोगों की जरूरत और उनकी आदत का हिस्सा बन गया है. अगर आपको किसी बात का जवाब नहीं पता हो, तो वो गूगल पर सर्च करने पर मिल जाता है. इंटरनेट की दुनिया के सबसे बड़े नामों में से एक गूगल ने कामयाबी के कई झंडे गाड़े हैं. यह ना केवल सर्च इंजन बल्कि और भी कई सर्विस के लिए जाना जाता है. एक गलत स्पेलिंग से शुरुआत करने वाला गूगल आज दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है. बीते 25 सालों में इसने कई तरह से पूरी दुनिया को अपने साथ जोड़ा है. यही वजह है कि गूगल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है.
गूगल के 25वें बर्थडे पर खास डूडल
पूरी दुनिया को उंगली पर नचाने वाले इस सर्च इंजन की शुरुआत साल 1998 में हुई थी. आज ये 25 साल का हो गया है और खास तरह का डूडल बनाकर अपने जन्मदिन को सेलिब्रेट कर रहा है. इसे सेलिब्रेट करने के लिए Google ने OO अक्षर की जगह 25 अंक दिखाया है,इस डूडल में आप (G25gle) लिखा हुआ देख सकते हैं.बच्चे-बच्चे की जुबां पर आज गूगल का नाम है. इसे दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन के तौर पर जाना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस सर्च इंजन को गूगल नाम दिया नहीं गया था, बल्कि ये एक गलती से मिला है. आइए गूगल के 25वें बर्थडे पर आपको बताते हैं गूगल के नाम की दिलचस्प कहानी.
गूगल की शुरुआत
दरअसल अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पीएचडी कर रहे दो छात्रों लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने मिलकर इस सर्च इंजन को बनाया था. इन दोनों ने 4 सितंबर 1998 को गूगल की शुरुआत की थी. सर्च इंजन को बनाते समय इसका नाम बैकरब (BackRub) रखा गया था. लेकिन जब कंपनी को रजिस्टर करने की बात आयी, तो दोनों ने डिसाइड किया कि इस कंपनी को GOOGOL नाम से रजिस्टर करवाएंगे.
‘गूगल’ नाम कैसे पड़ा
GOOGOL गणित का एक टर्म है जिसका मतलब होता है 1 और 00 यानी 100. लेकिन रजिस्टर करते समय स्पेलिंग में गलती होने के कारण इसका नाम GOOGOL की जगह Google हो गया. गूगल शब्द बोलने, लिखने में काफी आसान था. इसलिए ये बहुत आसानी से लोगों की जुबां पर चढ़ गया. आज के समय में गूगल इतना पॉपुलर है कि लोग अगर इंटनेट पर कुछ सर्च करने का बात भी करते हैं, तो कह देते हैं गूगल कर लो.
गूगल की अन्य सर्विसेज
गूगल को सिर्फ सर्च इंजन के तौर पर ही नहीं जाना जाता, बल्कि ये तमाम अन्य सर्विसेज भी उपलब्ध कराता है. आज Gmail के रूप में गूगल दुनिया की सबसे बड़ी मेलिंग सर्विस में से एक है. इसके अलावा YouTube दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है, वो भी गूगल का ही हिस्सा है. गूगल मैप, गूगल ड्राइव यहां तक कि स्मार्टफोन चलाने के लिए इस्तेमाल होने वाला Android OS भी गूगल का है. कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेक्टर में भी तेजी से आगे बढ़ रही है. टेक फर्म ने Google Bard AI लॉन्च किया है, जो एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड चैटबॉट सर्विस है.
4 सितंबर को शुरू हुआ फिर बर्थडे 27 सितंबर को क्यों?
ऑफिशियली बर्थडे 27 सितंबर
गूगल की शुरुआत 4 सितंबर 1998 को गई थी, लेकिन इसका बर्थडे हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है. इसके पीछे भी एक वजह है. दरअसल शुरुआती समय में कुछ सालों तक ये कंपनी 4 सितंबर को ही बर्थडे सेलिब्रेट किया करती थी. लेकिन बाद में कंपनी ने सर्च इंजन पर रिकॉर्ड सर्च पेज जोड़ने के उपलक्ष्य में 27 सितंबर को सालगिरह मनाने का फैसला किया. तब से हर साल गूगल का ऑफिशियली बर्थडे 27 सितंबर को मनाया जाता है.
ऐसे बना सरताज
इंटरनेट पर कुछ भी ढूंढना हो तो लोग यही कहते हैं, ‘गूगल कर लो’. कुल मिलाकर ये प्लेटफॉर्म नॉलेज का भंडार है. यहां आपको छोटे बच्चे से लेकर हाई क्वालिफाइड प्रोफेशनल के लिए जरूरी इंफॉर्मेशन मिल जाएगी. गूगल आपके क्या, क्यों, कब, कहाँ, कौन, कैसे जैसे लगभग सभी सवालों का जवाब देने की कोशिश करता है. अगर हम कहें कि पूरी दुनिया इसकी उंगलियों पर नाच रही है, तो गलत नहीं होगा.अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी Alphabet गूगल की मालिक है. भारतीय मूल के सुंदर पिचाई इसके सीईओ हैं. कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेक्टर में भी तेजी से आगे बढ़ रही है. टेक फर्म ने Google Bard AI लॉन्च किया है, जो एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड चैटबॉट सर्विस है.आपको बता दें इससे पहले गूगल के लिए खुशी का दिन मई 2011 था, तब गूगल पर हर महीने 1 अरब से ज्यादा यूजर्स आकर कुछ न कुछ सर्च कर रहे थे. गूगल ने अपनी शुरुआत के बाद से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा