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Parliament Special Session: संसद के विशेष सत्र के बीच बुलाई गई खास मीटिंग,PM माेदी करेंगे अध्यक्षता


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नई दिल्लीः संसद के विशेष सत्र का आगाज हो गया है। सत्र की शुरुआत पीएम मोदी के संबोधन से हो रही है। पीएम ने कहा कि इस सत्र में कई ऐतिहासिक फैसले होने वाले हैं।संसद के विशेष सत्र के बीच सोमवार (18 सितंबर) की शाम को केंद्रीय मंत्रिमंडल (मोदी कैबिनेट) की बैठक बुलाई गई है. यह बैठक शाम 6:30 बजे होगी. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में संसद के सत्र को पुराने भवन से नए संसद भवन में ले जाने के लिए स्वीकृति दी जाएगी.संसद के विशेष सत्र के बीच कैबिनेट की अहम बैठक होगी।बैठक संसद की एनेक्सी बिल्डिंग में होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं।

केंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र का आगाज पीएम मोदी के संबोधन के साथ हुआ। पीएम ने जी20 से भारत की साख को मिली मजबूती का जिक्र किया। इस सत्र में सरकार चार बिल पेश करेगी, जिसको लेकर संसदीय बुलेटिन में जानकारी दी गई थी। हालांकि, विपक्ष ने एक बार फिर इस पर हंगामा किया। 

पीएम सुबह 10.45 बजे संसद पहुंचे। उन्होंने कहा- ‘ये सत्र छोटा है लेकिन समय के लिहाज से बड़ा है। पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा- सभी सांसद उमंग और उत्साह के वातावरण में मिले। रोने-धोने के लिए बहुत समय होता है करते रहिए। जीवन में कुछ पल ऐसे भी होते हैं, जो उमंग से भर देते हैं। मैं इस छोटे सत्र को इसी रूप में देखता हूं।’

विपक्षी पार्टियों ने इस विशेष सत्र में 9 मुद्दों पर सरकार को घेरने का एजेंडा बनाया था। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के नेताओं ने बीते दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर मीटिंग कर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है। इसको लेकर सोनिया गांधी ने भी पीएम मोदी (PM Modi in Sansad) को एक पत्र लिखा है, जिसमें 9 मुद्दे उठाए गए हैं। 

आज से संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो गया है। यह विशेष सत्र 22 सितंबर तक चलेगा। इससे पहले रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान सरकार ने विपक्ष को 8 विधेयकों के पेश करने की जानकारी दी थी। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कल दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं आज शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की मीटिंग बुलाई है। यह बैठक शाम साढ़े 6 बजे से शुरू होगी। इस मीटिंग के होने की जानकारी बाहर आते ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। हालांकि यह मीटिंग क्यों बुलाई गई यह जानकारी अभी नहीं आई है। कहा जा रहा है कि आज की बैठक में अहम फैसले लिए जा सकते हैं।

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में कहा – पोखरण के समय विदेशी ताकतों ने हमें रोकने की बहुत कोशिशें की लेकिन हम रुके नहीं। अटल जी ने पूरी दुनिया को एक संदेश दिया। उस परमाणु परीक्षण के बाद हम पर प्रतिबंध लगाए थे, उसको हटाने का काम मनमोहन सिंह ने किया। जिन पर बीजेपी मौन रहने का आरोप लगाती थी। वो मौन नहीं रहते थे। दरअसल वो बात कम, काम ज्यादा करते थे।

सोनिया द्वारा लिखी गई चिट्ठी में महंगाई, किसानों को एमएसपी, अदाणी, मणिपुर, हरियाणा हिंसा, जातीय जनगणना, केंद्र और राज्यों में टकराव, चीन सीमा और बाढ़ से राज्यों को हुए नुकसान जैसे मुद्दों को उठाया गया है।बता दें कि आज पहले दिन की कार्यवाही पुराने संसद भवन में हो रही है। कल से नए संसद भवन में कार्यवाही होगी।

राज्यसभा में बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमसे हर बार यही पूछा जाता है कि 70 साल में क्या किया? हमने वही किया जो आज आप लोग आगे बढ़ा रहे हैं, उसे शुरू किया। जब हमने 1950 में लोकतंत्र को अपनाया, तो कई विदेशी विद्वानों ने सोचा कि यहां लोकतंत्र विफल हो जाएगा क्योंकि यहां लाखों अशिक्षित लोग हैं। हमने उन्हें गलत साबित किया। हमने यही किया है 70 सालों में।

पुरानी संसद में सोमवार को संसद की कार्यवाही का आखिरी दिन रहा। पीएम मोदी ने पुराने भवन में 50 मिनट की आखिरी स्पीच दी। पीएम ने इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्रियों को याद करते हुए कहा- ये वो सदन है जहां पंडित नेहरू का स्ट्रोक ऑफ मिडनाइट की गूंज हम सबको प्रेरित करती है। इंदिरा गांधी के नेतृत्व में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम का आंदोलन भी इसी सदन ने देखा था।

राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने दोनों सदनों के सदस्यों से अनुरोध किया कि वे भारतीय संसद की समृद्ध विरासत को मनाने के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि सभी सदस्य 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लेने के लिए कल यानी 19 सितंबर को सुबह 11 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में इकट्ठा हों।इसके अलावा कैबिनेट की बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा होगी, इस बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है. चूंकि यह बैठक विशेष सत्र के पहले दिन ही बुलाई गई है, इसलिए मंत्रिमंडल की ओर से देश से जुड़े कुछ बड़े फैसले लिए जाने की संभावना है.

वहीं शाम को कैबिनेट की बैठक से पहले संसद भवन में कई अहम मुलाकातें हो रही हैं। जानकारी के अनुसार, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। इसके बाद अब पीयूष गोयल और प्रल्हाद जोशी पीएम मोदी सेमिलेंगे। बता दें कि संसद के विशेष सत्र की शुरुआत आज पुराने भवन में ही हुई लेकिन 19 सितंबर को होने वाली बैठक नए संसद भवन में होगी। वहीं 20 सितंबर से नए संसद भवन से ही सारे काम-काज संचालित किए जाएंगे।

राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बताया कि उपाध्यक्षों का नया पैनल बनाया गया है। 8 मेंबर्स के इस पैनल में 50% यानी 4 महिला सांसद हैं। भविष्य में यह संख्या और बढ़ सकती है। इस पैनल में भाजपा सांसद कांता कर्दम, सुमित्रा वाल्मीकि, गीता उर्फ ​​चंद्रप्रभा और बीजू जनता दल की सांसद ममता मोहंता शामिल हैं।

सोमवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक से पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंत्रियों के संग एक मीटिंग की. यह मीटिंग संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के कमरे में बुलाई गई. सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में मंत्री प्रह्लाद जोशी, धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, अनुराग ठाकुर, अर्जुन राम मेघवाल और वी मुरलीधरन शामिल हुए.

वहीं इससे पहले लोकसभा में भाषण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मंगलवार से हम नए भवन में चले जाएंगे लेकिन यह भवन आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा देता रहेगा। 75 वर्ष की हमारी यात्रा ने अनेक लोकतांत्रिक परंपराओं और प्रक्रियाओं का उत्तम से उत्तम सृजन किया है और इस सदन के सभी सदस्यों ने उसमें सक्रियता से योगदान दिया है। पीएम ने कहा ये सही है कि इस इमारत के निर्माण का निर्णय विदेशी शासकों का था। लेकिन ये बात हम कभी नहीं भूल सकते हैं कि इस भवन के निर्माण में परिश्रम, पसीना और पैसा मेरे देशवासियों के लगा था।

संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र सोमवार (18 सितंबर) से ही शुरू हुआ है. यह 22 सितंबर तक चलेगा. सत्र की शुरुआत पुराने संसद भवन में ही हुई. भारतीय संसद के 75 वर्ष के सफर को याद करते इस विषय पर चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के माध्यम से की.पीएम मोदी से अपने भाषण के दौरान संसद में सांसदों, पूर्व प्रधानमंत्रियों, पत्रकारों और इसकी विभिन्न सेवाओं में लगे सभी कर्मचारियों की ओर से दिए गए योगदान का जिक्र करते हुए उनके प्रति आभार जताया. पुराने संसद भवन से नए संसद भवन में जाने को उन्होंने बेहद भावुक क्षण बताया.

कानून मंत्री रहते किरेन रिजिजू ने दिसंबर 2022 में संसद को बताया था कि मप्र समेत 19 राज्यों के कुल विधायकों में महिलाओं की संख्या 10% से भी कम हैं। जबकि दिल्ली, बिहार समेत 7 राज्यों में 15% तक हैं। अभी लोकसभा में 78 तो राज्यसभा में 32 महिला सांसद हैं। कुल सांसदों में 11% महिलाएं हैं।सीएसडीएस के मुताबिक 2019 की जीत में भाजपा को 36% वोट महिलाओं के मिले थे। जबकि कांग्रेस को 20% तो बाकी दलों को 44% वोट महिलाओं के मिले थे।सुप्रीम कोर्ट से अधिकतम आरक्षण 50% तय है, बावजूद इसके कई राज्य आरक्षण सीमा बढ़ा रहे हैं, जिसे बाद में कोर्ट में चुनौती मिल रही है।

सोमवार (19 सितंबर) को संसद का कामकाज नए संसद भवन में ट्रांसफर होने की संभावना है. राज्यसभा की ओर से एक संसदीय बुलेटिन जारी कर सोमवार को ही दोनों सदनों के सभी सांसदों को संसद के सेंट्रल हॉल में ग्रुप फोटो खिंचाने के लिए बुलाया गया है. इसके बाद संसद की समृद्ध विरासत को मनाया जाएगा और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया जाएगा.

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