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World Cup 2023: रोहित शर्मा ने एशिया कप और वर्ल्ड कप को लेकर किया बड़ा खुलासा,बोले – मुझे पता है…


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नई दिल्लीः 5 अक्टूबर से शुरू होने वाले वनडे विश्व कप 2023 की तैयारियां तेज हैं। टीम इंडिया एशिया कप 2023 से पहले ट्रेनिंग कैंप में पसीना बहा रही है। यहां रोहित शर्मा ने जमकर प्रैक्टिस कर रहे हैं। विश्व कप और टीम सिलेक्शन को लेकर रोहित शर्मा ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि विश्व कप टीम का चयन मुश्किल होगा। अभी तक कोच राहुल द्रविड़ और मैने खिलाड़ियों को यह समझाने की पूरी कोशिश की है कि आप टीम में क्यों नहीं हैं। रोहित ने यह भी कहा कि मुझे पता है विश्व कप टीम से बाहर होने पर कैसा लगता है।श्रीलंका रवाना होने से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, “मेरे लिए यह महत्वपूर्ण है कि मैं खुद को सहज रखूं और उन बाहरी तत्वों के बारे में चिंता नहीं करूं जो सकारात्मक या नकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं. मैं उस फेज में जाना चाहता हूं जिसमें मैं 2019 विश्व कप से पहले था. मैं मानसिक रूप से काफी अच्छी स्थिति में था और टूर्नामेंट के लिए काफी अच्छी तैयारी की थी.”

रोहित शर्मा ने खुलासा करते हुए बताया ‘जब भी टीम इंडिया के स्क्वाड और प्लेइंग 11 की घोषणा होती है तो हम प्लेयर्स से आमने-सामने बात करते हैं। एक-एक कर सभी को बताते हैं कि आखिर क्यों उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। ऐसा बिल्कुल नहीं है कि मुझे यह व्यक्ति पसंद नहीं है, इसलिए उसे हटा रहा हूं। कप्तानी व्यक्तिगत पसंद-नापसंद पर आधारित नहीं होती है।हिटमैन ने आगे कहा, “मैं अच्छी लय और मानसिकता में था. मैं इसे वापस लाना चाहता हूं और मेरे पास ऐसा करने के लिए समय है. उन सही चीजों को दोहराने की कोशिश कर रहा हूं, जो एक क्रिकेटर और एक व्यक्ति के रूप में 2019 विश्व कप से पहले मैं कर रहा था.”

रोहित शर्मा ने विश्व कप टीम में नहीं चुने जाने के मामले में खुद का अनुभव शेयर किया है। उन्हें साल 2011 के विश्व कप में जगह नहीं मिली थी। जबकि वह उससे पहले कमाल का प्रदर्शन कर रहे थे। रोहित ने उस वक्त को याद करते हुए कहा स्क्वाड में नाम नहीं आने से मैं दुखी था। खुद के कमरे में बैठा था और मुझे नहीं पता था अब आगे क्या करना है। उस वक्त युवराज सिंह ने मुझे बुलाया और डिनर के लिए बाहर ले गए।विश्व कप का नतीजा काफी चीजें बदल सकता है, लेकिन रोहित ने कहा कि एक महीने का क्रिकेट जो खिलाड़ी वह हैं उसे बना या बिगाड़ नहीं सकता. भारतीय कप्तान ने कहा, एक व्यक्ति अपनी सफलता या विफलता से रातों रात बदल नहीं सकता है. मुझे नहीं लगता कि एक नतीजा या एक चैंपियनशिप एक व्यक्ति के रूप में मुझे बदल सकती है. मैं एक व्यक्ति के रूप में पिछले 16 साल में नहीं बदला हूं. मुझे नहीं लगता कि इसमें किसी बदलाव की जरूरत है.

रोहित शर्मा ने खुलासा किया है कि 2011 के विश्व कप में जब मुझे जगह नहीं मिली थी तो युवराज ने मुझे समझाया था कि आपके सामने इतने सारे साल हैं। विश्व कप के दौरान आप अपने खेल और स्किल पर काम करें। मेहनत करके वापसी करो। ऐसा करते ही आप टीम इंडिया के लिए खेलेंगे और विश्व कप में भी खेलने का मौका मिलेगा। इसके बाद मैने वापसी की। मैं विश्व कप टीम से ड्रॉप होने वाली स्थिति को फील कर चुका हूं। इसलिए मुझे पता कि वर्ल्ड कप से बाहर होना वास्तव में कैसा लगता है।रोहित ने कहा, “ध्यान इस पर रहेगा कि अगले दो महीनों मैं अपने और टीम के लिए अपने लक्ष्यों को कैसे हासिल कर सकता हूं. कोई व्यक्ति एक या दो महीने में बदल नहीं सकता.”

रोहित के सामने अब कोर समूह में शामिल 18 खिलाड़ियों में से कम से कम तीन को यह कहने की मुश्किल चुनौती है कि वे विश्व की 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा नहीं होंगे. रोहित जब 23 साल के थे तो उन्हें भी 2011 की विश्व कप चैंपियन टीम में जगह नहीं मिली थी. टीम में नहीं होने की पीड़ा को उनसे बेहतर कोई नहीं जान सकता.इस बारे में उन्होंने कहा, सर्वश्रेष्ठ संयोजन चुनते हुए ऐसे खिलाड़ी होंगे जो विभिन्न कारणों से टीम में जगह नहीं बना पाएंगे और राहुल भाई (द्रविड़) और मैंने खिलाड़ियों को समझाने का सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है कि वे टीम का हिस्सा क्यों नहीं हैं. कभी-कभी मैं उनकी जगह स्वयं का रखने की कोशिश करता हूं. जब मुझे 2011 में नहीं चुना गया था, यह मेरे लिए दिल तोड़ने वाला लम्हा था और मुझे पता है कि विश्व कप टीम से बाहर होने के बाद कैसा लगता है

तब 2011 में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और चनकर्ताओं ने सोचा था कि अतिरिक्त बल्लेबाज से अधिक उपयोगी पीयूष चावला के रूप में कलाई का अतिरिक्त स्पिनर होगा. वर्षों से अगर कोई शॉट रोहित की पहचान बना है तो वह पुल शॉट है जिसे खेलने में उन्हें सफलता मिलती है लेकिन कई बार उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है. रोहित ने पूछा गया कि उन्हें थ्रोडाउन विशेषज्ञों के खिलाफ नेट पर पुल शॉट का कितना अभ्यास किया तो उन्होंने कहा, उस शॉट को खेलने के लिए मुझे कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं लेना पड़ता. उन्होंने तीन सहयोगी स्टाफ सदस्यों का जिक्र करते हुए कहा, रघु (राघवेंद्र), नुवान (सेनाविरत्ने) और दया (गरानी) सभी हाल के वर्षों में टीम से जुड़े हैं और मैं लंबे समय से यह शॉट खेल रहा हूं.

रोहित ने इंडियन प्रीमियर लीग की टीम मुंबई इंडियंस के कप्तान के रूप में पांच खिताब जीते हैं जबकि भारतीय कप्तान के रूप में उन्होंने 2018 में एशिया कप खिताब जीता. इस साल जून में उनकी अगुआई में टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी खेली. यह पूछने पर कि क्या 16 साल तक खेलने के बाद वह भारतीय क्रिकेट में अपनी विरासत के बारे में सोचते हैं. इस बारे में रोहित ने कहा, नहीं. मैं वह व्यक्ति नहीं हूं जो यह सोचता हो कि मैं अपने पीछे किस तरह की विरासत छोड़ूंगा. मेरी विरासत लोगों के मूल्यांकन और चर्चा के लिए होगी. मेरे कहने के लिए नहीं.रोहित ने 30 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय, 10 टेस्ट और चार टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक की मदद से 17000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं. उन्होंने कहा, मैं संख्या में अधिक विश्वास नहीं रखता. आपको खुश रहना चाहिए और आने वाले समय का लुत्फ उठाना चाहिए. इस तरह के लम्हें में रहने का प्रयास करो. मैं इस बारे में सोच रहा कि मुझे किस चीज से खुशी मिलेगी.

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