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करण जौहर और शाहरुख पर विवेक अग्निहोत्री ने साधा निशाना,बोले -भारत की संस्कृति को खराब कर दिया


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मुंबई – फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री अक्सर ही कुछ ना कुछ ऐसा बयान देते रहते हैं, जिससे वो सुर्खियों में आ जाते हैं। अपने बयानों के कारण उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ता है। हालांकि उन पर इसका कुछ खास असर नहीं होता है।दरअसल, हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने बताया कि अक्सर ऐसा होता है कि उन्हें अपने किसी पुराने ट्वीट के लिए ताने सुनने पड़ते हैं। कुछ लोग उनकी कही पुरानी बातों को खोज निकालते हैं और फिर उन्हें आड़े हाथों लिया जाता है।

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ब्लॉकबस्टर फिल्म द कश्मीर फाइल्स बनाकर सुर्खियों में आए निर्देशक विवेक अग्निहोत्री अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। कभी वह नितेश तिवारी पर कोई बयानबाजी कर देते हैं तो कभी रणबीर कपूर पर। वह दरअसल अपने बेबाक विचारों के लिए भी जाने जाते हैं। वह कभी भी किसी की निंदा करने या बेबाकी से कुछ भी बोलने से नहीं कतराते हैं। अब हाल ही में निर्देशक ने करण जौहर और शाहरुख खान पर भी निशाना साधा है। इसके अलावा उन्होंने सिनेमा में बनने वाली असली कहानियों पर भी खुलकर बात की है।

विवेक अग्निहोत्री ने एक बातचीत के दौरान कहा कि वह अब एक बदले हुए व्यक्ति हैं और इस बात ने उनकी विचारधारा और सिनेमा के प्रति उनके दृष्टिकोण को भी बदल दिया है। वह कई वर्षों तक खुद को वामपंथी मानते थे, लेकिन अब वह पिछले कुछ वर्षों में अपने दक्षिणपंथी राजनीतिक विचारों के बारे में मुखरता से बात करते रहे हैं। विवेक ने कहा कि वह उन ट्रोल्स से परेशान नहीं होते हैं जो उनके पुराने ट्वीट्स खोज निकालते हैं और उन पर पाखंडी होने का आरोप लगाते हैं।

इस पर अग्निहोत्री ने कहा कि ‘कुछ लोग ऐसे हैं, जो किसी पुराने ट्वीट को निकाल लेते हैं और फिर तंज कसते हुए कहते हैं कि आपने ऐसा तो कई सालों पहले कहा था, विवेक ने आगे कहा कि मैं हर रोज इसे नहीं बदल सकता हूं और मैं इस तरह से जी भी नहीं सकता। विवेक का कहना है कि वो हर रोज स्टैटिक लाइफ नहीं जी सकते और हर रोज बदलाव के साथ एक नया दिन होता है। साथ ही विवेक कहते हैं कि मैं उन लोगों को धन्यवाद करना चाहता हूं, जो मेरे पुराने पोस्ट को खोज निकालते हैं।’

विवेक अग्निहोत्री आगे कहते हैं कि वह अपने ट्रोल्स को चॉकलेट का एक पैकेट भेजना चाहते हैं और उन्हें धन्यवाद देना चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने इस बात का एहसास दियाला है कि मैं अब बदल रहा हूं। उन्होंने कहा ‘जब आप 2024 या 2025 में दिल्ली फाइल्स के लिए मुझसे मिलेंगे, अगर मैं तब भी वही बातें कह रहा हूं, तो मुझे खुद पर शर्म आनी चाहिए। मैं ऐसा जीवन नहीं जी सकता, जिसमें मैं हरदिन नहीं बदल रहा हूं। क्योंकि हर दिन बदली हुई चीजों के साथ नया दिन है और मैं एक स्थिर जिंदगी नहीं जीना चाहता हूं।’

विवेक ने उल्लेख किया कि अनुभव और उम्र के साथ सिनेमा के प्रति उनका दृष्टिकोण भी काफी बदल गया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि उन्होंने पूरे भारत की यात्रा की है और एक फिल्म निर्माता के रूप में देश को देखा है। इस दौरान उन्हें एहसास हुआ कि ऐसी बहुत सी कहानियां हैं जो किसी ने कभी नहीं बताई हैं और उन्हें लगता है कि यह देश में फिल्म निर्माताओं द्वारा किया गया सबसे बड़ा अपराध है। इसके बाद विवेक अग्निहोत्री कहते हैं कि करण जौहर और शाहरुख खान के सिनेमा ने भारत के सांस्कृतिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाया है और वह भी बहुत विनाशकारी तरीके से।

अपनी विचाधारा में बदलाव पर बात करते हुए अग्निहोत्री ने कहा कि मेरी लाइफ में बदलाव हुआ है और मैंने बहुत लंबे टाइम से लेफ्टिस्ट की तरह जीवन जीया, लेकिन जब आपके आपके ऊपर जिम्मेदारी आती है और आपके बच्चे हो जाते है तो आपको बहुत सारी चीजें समझ में आती है। इसलिए मैं कई बार सोचता था कि जब बच्चे इंडिया में क्या सीखेंगे और जब वो बड़े होकर यहां सा बाहर जाएंगे तो क्या लेकर जाएंगे।

उन्होंने आगे कहा कि हम दुनिया के महान फिलॉस्फी वाले देश से हैं और इसलिए कई दशक तक हमने सर्वाइव किया, लेकिन वामपंथी विचारधारा की वजह से आप देश की हर चीजों से नफरत करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे हर एक चीज से नफरत होती थी और इसलिए मैंने तय किया कि मैं जमीन से जुड़ा रहूंगा और रियल रहूंगा और इसी ने मेरे अंदर बदलाव भी लाया है।

इसके आगे फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि फिल्ममेकर्स ने भारतीय कहानियों को निराश किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अमिताभ बच्चन के सुपरस्टार के रूप में आने के बाद, दीवार नहीं बल्कि शहंशाह के बाद से ही, सिनेमा ने कोई भी वास्तविक कहानियां नहीं बताईं। खासकर करण जौहर और शाहरुख खान की फिल्मों ने तो भारत की संस्कृति और संस्कार को बहुत खराब किया है। इसलिए मुझे लगता है कि सच्ची और ईमानदार कहानियां बताना जरुरी है।

अमिताभ बच्चन का उदाहरण देते हुए विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि मेरा मानना है कि वास्तविक और ईमानदार कहानियां बताना जरूरी था, जो कि अमिताभ बच्चन की शहंशाह के बाद बंद हो गई है। वर्कफ्रंट की बात करें तो बता दें, विवेक अग्निहोत्री की ‘द वैक्सीन वॉर’ इस साल 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। इससे साफ हो गया है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर प्रभास और प्रशांत नील की एक्शन-थ्रिलर ‘सालार पार्ट 1: सीजफायर’ से टकराएगी। दोनों के बीच बॉक्स ऑफिस पर जबर्दस्त टक्कर देखने को मिलने वाली है।

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