मुंबई – खेसारी लाल यादव पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। ऐसा हम नहीं बल्कि छपरा कोर्ट ने कहा है। दरअसल एक्टर के खिलाफ बिहार के छपरा कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। छपरा कोर्ट ने एक्टर के खिलाफ यह वारंट जमीन खरीद और चेक बाउंस मामल में जारी किया है। हालांकि, चार साल पुराने इस माममें में खेसारी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले कोर्ट ने अंतरिम जमानत ले ली थी। लेकिन अब वह सुनवाई में हाजिर नहीं हो रहे हैं, जिस कारण कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है।
यह मामला 2019 का है। खेसारी लाल यादव ने पत्नी चंदा देवी के नाम से जमीन खरीदी थी, जिसका भुगतान नहीं हुआ है। 22 लाख सात हजार रुपये में बात हुई थी। उसकी रजिस्ट्री 4 जून 2019 को एकमा रजिस्ट्री कार्यालय में हुई थी। नगद रुपये के एवज में खेसारी लाल यादव द्वारा 18 लाख रुपये का चेक दिया गया था जो उन्होंने 20 जून 2019 को अपने खाता में जमा कर दिया।हालांकि, चार साल पुराने इस माममें में खेसारी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले कोर्ट ने अंतरिम जमानत ले ली थी। लेकिन अब वह सुनवाई में हाजिर नहीं हो रहे हैं, जिस कारण कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है।
छपरा कोर्ट के न्यायिक दंडाधिकारी श्रेणी प्रियांशु शर्मा ने रसूलपुर थाना केस संख्या 120/19 के एनआई एक्ट विचारण संख्या 2676/23 में ये आदेश जारी किया है। इस केस में शत्रुघन कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव आरोपी हैं। कोर्ट ने इसके साथ ही रसूलपुर थाना के धानाडीह गांव के रहने वाले खेसारी लाल यादव को मिली अंतरिम जमानत के आदेश को भी रद्द कर दिया है। ऐसे में कानूनी तौर पर मामला पेचिदा हो गया है।खेसारी लाल यादव कोर्ट की पिछली कई सुनवाइयों से गैर-हाजिर रहे हैं। इस कारण कोर्ट का समय बर्बाद हुआ और सुनवाई भी सही तरीके से नहीं हो पाई। खेसारी लाल यादव पर रसूलपुर थाना के असहनी गांव के रहने वाले मृत्युंजयनाथ पांडे ने यह चेक बाउंस का यह मामला 16 अगस्त 2019 को दर्ज करवाया