रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विदेशी आयात-निर्यात पर लगे प्रतिबंध को 2025 तक बढ़ाया
नई दिल्ली – पुतिन ने कच्चे माल और वस्तुओं के आयात और निर्यात को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने देश में कच्चे माल और वस्तुओं के आयात और निर्यात पर रोक लगाने के लिए एक डिक्री पर हस्ताक्षर किया है। डिक्री के मुताबिक, रूस में किसी भी तरह की विदेशी आर्थिक गतिविधि को 31 दिसंबर 2025 तक प्रतिबंधित किया गया है। हालांकि, इस डिक्री में कुछ ऐसे क्लॉज भी हैं, जिसे व्लादिमीर पुतिन जब चाहें हटा सकते हैं।
यह प्रतिबंध इस साल 31 दिसंबर तक वैध था। शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हालिया संशोधनों के साथ, पुतिन ने प्रतिबंध को 31 दिसंबर, 2025 तक बढ़ा दिया है।जिन उत्पादों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें तकनीकी, दूरसंचार, चिकित्सा और विद्युत उपकरण, कृषि मशीनरी, परमाणु रिएक्टर, फाइबर ऑप्टिक केबल, धातु प्रसंस्करण मशीनें, आदि शामिल हैं। अमित्र देशों को कुछ प्रकार की लकड़ी के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगाए गए।सरकार ने कहा कि यह फैसला घरेलू बाजार की सुरक्षा के लिए किया गया है।
इस फैसले के पीछे पुतिन की मंशा ये थी कि रूस की अर्थव्यवस्था को किसी तरह का नुकसान नहीं हो, क्योंकि यूरोपियन यूनियन ने 5 दिसंबर को रूस के कच्चे तेल पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके बाद जी-7 देशों ने रूस के कच्चे तेल पर 60 डॉलर प्रति बैरल प्राइस कैप लगा दी। इससे पुतिन को लगने लगा कि जी-7 देशों द्वारा उसके तेल पर प्रतिबंध लगाए जाने से रूस को काफी नुकसान हो सकता है। इसी को मद्देनजर रखते हुए पुतिन ने विदेशी आर्थिक गतिविधियों पर 8 मार्च 2022 को रोक लगा दी।