पंजाब में ‘INDIA’ पर बवाल,टॉप लीडर्स को AAP का साथ मंजूर नहीं
नई दिल्लीः कांग्रेस आलाकमान के विपक्षी पार्टियों को अलायंस INDIA के बैनर तले लाने के अभियान को पंजाब कांग्रेस नेताओं का बड़ा झटका लगा है. पार्टी नेताओं ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के साथ उन्हें सीट शेयरिंग बिल्कुल भी पंसद नहीं है.उन्होंने कहा कि पंजाब में उनकी AAP सरकार से लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने इस गठबंधन को गलत तक करार दे दिया। बता दें कि भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार के खिलाफ 26 राजनीतिक दलों ने INDIA गठबंधन बनाया है, जिसमें कांग्रेस और AAP भी शामिल हैं।
एक तरफ जहां पूरे देश में विपक्षी पार्टियों को अलायंस INDIA के बैनर तले ला रहा है तो दूसरी ओर से पार्टी की इस मुहिम को पंजाब में उनके ही नेता पीछे धकेलने में लगे हैं. पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष और पंजाब कांग्रेस के बड़े चेहरे प्रताप सिंह बाजवा ने सीधे तौर पर आलाकमान को कह दिया है कि पंजाब में किसी भी हाल में आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी चुनाव में सीट शेयरिंग नहीं होने दी जाएगी. हमें जिनकी शक्लें ही पसंद नहीं है उनके साथ एक साथ चुनाव लड़ने का सवाल ही नहीं उठता.पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने AAP पर अपनी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि हमने कभी इसकी शिकायत नहीं की, लेकिन अब उन्होंने हमारे डिप्टी CM (पूर्व) ओपी सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। बीमार होने के बाद भी उन्हें जबरन जेल में डाल दिया गया। अगर उन्हें कुछ भी हुआ तो AAP जिम्मेदार होगी। उन्होंने ऐलान कर दिया कि पंजाब में कांग्रेस और AAP के बीच कोई समझौता नहीं हो सकता।
पंजाब विधानसभा में विपक्षी दल कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी से कोई राजनीतिक गठबंधन नहीं किया है, न ही वे AAP के साथ किसी गठबंधन के पक्ष में हैं। वे इस पार्टी और इसके नेताओं के खिलाफ हैं। अलायंस INDIA के बैनर तले बीजेपी की विरोधी पार्टियों की रणनीति यही है कि एक साथ मजबूत होकर चुनाव लड़ा जाए और बीजेपी को पूरे देश में हराया जाए. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि पंजाब जहां पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही मजबूत होने का दावा करती हैं वहां पर किस फार्मूले के तहत गठबंधन हो पाएगा. लेकिन जिस तरह से पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने इस मुद्दे पर अभी से कड़ा रुख दिखाया है उससे लगता है कि कांग्रेस के लिए पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी तरह के अलायंस की कोशिश करना उनके पंजाब के नेताओं को किसी भी हाल में रास नहीं आने वाला.