मुंबई – रवि किशन ने अपनी काबिलियत और मेहनत के दम पर हिंदी से लेकर भोजपुरी और साउथ सिनेमा तक पहचान बनाई है। रवि किशन ने अपने करियर की शुरुआत भले ही बॉलीवुड से की थी लेकिन उन्हें असली पहचान भोजपुरी सिनेमा ने दिलाई। वह अपनी पहली ही फिल्म से भोजपुरी के सुपरस्टार बन गए थे।जिंदगी झंड बा फिर भी घमंड बा’….ये डायलॉग है भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन का है और आज की तारीख में शायद ही ऐसा कोई हो जो उन्हें ना जानता हो, हर कोई उनकी जबरदस्त अभिनय प्रतिभा का कायल है. भोजपुरी फिल्मों के वो बादशाह हैं. रवि किशन ने अपने दम पर भोजपुरी सिनेमा जगत के साथ-साथ बॉलीवुड में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है.एक्टिंग के जुनून में रवि ने सीता के किरदार को भी हां कर दिया. दरअसल ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जब वो छोटे थे तो बेहद गोरे थे और नाटक मंडली में जब काम मांगने जाते थे, तो लोग अक्सर उन्हें लड़की का रोल दे दिया करते थे और ऐसे ही एक दिन उन्हें रामलीला सीता का किरदार भी मिल गया.
रवि किशन का बचपन गरीबी में गुजरा। इनके पिता पंडित श्याम नारायण शुक्ला पुजारी थे। रवि किशन के पिता उन्हें पढ़ा-लिखाकर अपनी तरह पुजारी बनाना चाहते थे लेकिन रवि किशन को यह पसंद नहीं था।उनके मन में बॉलीवुड और मुंबई के सपने शुरू से थे। एक समय ऐसा भी आया कि वह घर से भागकर सपनों की नगरी मुंबई चले गए।रवि भागकर मुंबई तो आ गए थे, लेकिन ना उनके पास रहने को घर था और ना ही खाने को खाना. उनके पैसे भी अब खत्म होने लगे थे. रवि ने उस दौरान छोटे-मोटे काम भी किए. रवि के पास कुछ पैसे आने लगे, तो उन्होंने खुद के लिए मुंबई की एक चॉल में घर ले लिया. खाने में वो अक्सर दो रुपए का बड़ा पाव खाते थे.रवि किशन फिल्मों के अलावा टीवी शोज में भी काम कर रहे थे। ऐसा नहीं था कि उन्हें इंडस्ट्री में काम नहीं मिल रहा था, बस कमी थी नाम, पैसा और शोहरत की, जो उन्हें भोजपुरी फिल्म ‘सैयां हमार’ (Saiyan Hamaar) से मिली।
वहीं रवि किशन 2014 में राजनीति में आए। उनकी सियासत की पारी बाकियों की तरह निराश करने वाली नहीं रहा है। राजनीति में उनकी एंट्री तो 2014 में हो गई लेकिन उन्हें पहचान मिली 2019 में। कांग्रेस से निराश हो चुके रवि किशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी और भाजपा की नीतियों से प्रभावित हुए। भाजपा में शामिल होने से पहले वह सार्वजनिक रूप से भाजपा की तारीफ करते पाए गए। फिर एक समय ऐसा भी आया जब भाजपा ने उन्हें गोरखपुर सीट से सांसद का उम्मीदवार बना दिया।रवि भोजपुरी से लेकर हिंदी और साउथ फिल्मों में भी अपने अभिनय का जादू चला रहे हैं। रवि को सिर्फ हीरो नहीं बल्कि विलेन के किरदार में भी पसंद किया गया है। वह ‘खाकी’ और ‘कंट्री माफिया’ जैसी वेब सीरीज में भी अपनी एक्टिंग का हुनर दिखा चुके हैं। यही नहीं, वह राजनीति में भी एक्टिव हैं। वह भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं।