HDFC Bank ने Digital Rupee से जोड़ लिए 1 लाख से अधिक कस्टमर
नई दिल्ली – बैंक ने आपसी लेन-देन को आसान बनाने के लिये ई-रुपया मंच के साथ यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) ‘QR Code’ भी चालू किया है. सीबीडीसी केंद्रीय बैंक की तरफ से जारी मुद्रा का डिजिटल रूप है. भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल नवंबर में थोक खंड में पायलट आधार पर सेंट्रल बैंक डिजिटल मुद्रा कार्यक्रम शुरू किया था. दिसंबर में इसे खुदरा लेन-देन के लिये पेश किया गया था.
सीबीडीसी पेश करने के बाद केंद्रीय बैंक ने जून में यूपीआई के जरिये डिजिटल रुपये के आपस में लेन-देन की घोषणा की. एचडीएफसी बैंक ने बृहस्पतिवार को ‘यूपीआई क्यूआर कोड’ शुरू करने के साथ कहा कि वह एकीकरण प्रक्रिया पूरी करने वाले पहले बैंकों में से एक है. बैंक ने इसमें शामिल व्यापारियों को अपने ग्राहकों से डिजिटल रुपये में भुगतान को स्वीकार करने की अनुमति दी है. इससे दैनिक लेन-देन में सीबीडीसी का उपयोग बढ़ा है. सीबीडीसी से जुड़े ग्राहक संबंधित टर्मिनल पर ‘यूपीआई क्यूआर कोड’ को स्कैन कर डिजिटल रुपये में आपस में लेन-देन कर सकते हैं.
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि मौद्रिक प्राधिकरण साल के अंत तक डिजिटल रुपये में लेन-देन को 5,000-10,000 प्रतिदिन से बढ़ाकर 10 लाख प्रतिदिन करने की योजना बना रहा है. पायलट परियोजना में बैंकों की संख्या शुरू में आठ थी जो अब बढ़कर 13 हो गयी है. वर्तमान में सीबीडीसी के 13 लाख उपयोगकर्ता हैं, जिनमें तीन लाख कारोबारी हैं. शंकर ने कहा कि इस साल अप्रैल के अंत तक केवल एक लाख उपयोगकर्ता थे, जो अब बढ़कर 13 लाख हो गये हैं.