मुंबई – : आज सुरों के जादूगर कैलाश खेर का जन्मदिन हैं. कैलाश खेर का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में 7 जुलाई साल 1973 में हुआ था। इसमें कोई शक नहीं कि कैलाश खेर की आवाज अपने आप में जादू है. अल्लाह के बंदे और बाहुबली ट्रैक जैसे लोकप्रिय बॉलीवुड गीतों के अलावा कैलाश ने कई गानों को अपनी आवाज दी है. उन्हें 2017 में पद्म श्री पुरस्कार भी मिला. अपनी आवाज से लोगों को दिवाना कर बनाने वाले कैलाश खेर को भला कौन नहीं जानता। उन्हें किसी खास पहचान की जरूरत नहीं है। कैलाश खेर ने कई हिट गाने दिए हैं। उनकी आवाज में वो जादू है जिससे हर कोई उसकी तरफ खीचा चला आता है।
आज भले ही दुनिया कैलाश खेर की आवाज की दीवानी हो, लेकिन शुरुआती दौर में अपनी पहचान बनाने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा. कैलाश ने 20 साल की उम्र में आत्महत्या का प्रयास करने के बारे में खुलासा किया था. सिंगर ने एक इंटरव्यू में बताया था, मैंने अपने लाइफ में काफी ज्यादा स्ट्रगल किया है. जब मैं 20 या 21 साल का था, जब दिल्ली के एक कारोबार में करना शुरू किया. बाद में वह बिजनेस फेल हो गया। कैलाश को बचपन से ही गाने का शौक था। जिसके चलते उन्होंने कम उम्र में ही घर छोड़ दिया था। क्या आप जानते हैं कि कैलाश खेर के जीवन में एक वक्त ऐसा भी आया था कि उन्होंने सुसाइड करने का फैसला कर लिया था, इसके लिए उन्होंने गंगा में छलांग भी लगा दी थी।कैलाश खेर ने इस वाक्य को याद करते हुए बताया कि उस घटना के बाद उन्होंने जिंदगी में कुछ करने की ठान ली। वह खुद को साबित करना चाहते थे। इसके बाद वह में लगातार संघर्ष करते गए और सफलता हासिल की।
गाना ‘अल्लाह के बंदे’, जिसे विशाल-शेखर ने म्यूजिक दिया था, कैलाश खेर के करियर का पहला बड़ा हिट था. इसे दर्शकों ने खूब पसंद किया था और ये काफी लोकप्रिय हुआ था. इसके लिए उन्हें ‘स्टार स्क्रीन – सर्वश्रेष्ठ पुरुष प्लेबैक पुरस्कार’ दिया गया था. ये फिल्म ‘वैसा भी होता है – 2’ का हिस्सा था, जिसमें अरशद वारसी मुख्य रोल में थे. दो दशकों के करियर में, उन्होंने ‘तेरी दीवानी’, ‘सैयां’, ‘यूं ही चला चल राही’, ‘या रब्बा’ और ‘अर्जियां’ जैसे हिट ट्रैक गाए हैं. 2009 में मुंबई की रहने वाली शीतल से शादी की और उन दोनों का एक बेटा कबीर है.