पीएम मोदी-जो बाइडन सशस्त्र ड्रोन सौदे की करेंगे घोषणा
नई दिल्ली – अंतरिक्ष यात्री मिशन (Astronaut Mission) की घोषणा की है. व्हाइट हाउस (White House) ने गुरुवार (22 जून) को कहा कि भारत ने अर्टेमिस संधि (Artemis Accords) में शामिल होने का फैसला किया है और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 2024 में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के लिए एक संयुक्त मिशन भेजने पर सहमत हुए हैं।
जनरल एटॉमिक्स एमक्यू-9 रीपर ड्रोन दुनिया के सबसे खतरनाक हथियारों में से एक है। यह मानव रहित हवाई वाहन 27 घंटे से अधिक समय तक 50,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है। कैमरों, सेंसर और रडार प्रणाली से लैस यह खुफिया जानकारी एकत्र कर सकता है। इसकी खास बता यह है कि खतरों का पता लगाकर सतह से हवा में मार करने वाले हथियारों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर सकता है। इसमें 1746 किलोग्राम पेलोड क्षमता है, जिसमें 1361 किलोग्राम बाहरी भार शामिल हैं। इसी के साथ दुश्मन रडार को चकमा देखर घंटों हवा में निगरानी कर सकता है।
व्हाइट हाउस में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों को और बढ़ावा देने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। गौरतलब है कि 1967 के बाह्य अंतरिक्ष संधि पर आधारित अर्टेमिस संधि असैन्य अंतरिक्ष अन्वेषण को दिशानिर्देशित करने के लिए तैयार किये गये गैर-बाध्यकारी सिद्धांतों का एक सेट है।