पीएम मोदी 28 मई को देश को समर्पित करेंगे नई संसद,नए संसद भवन में रखा जाएगा सेंगोल
नई दिल्ली – 14 अगस्त की आधी रात भारत को आजादी मिली. उस दौरान भी प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को भी वायसराय लॉर्ड माउंट बेटन ने सेंगोल सौंपी थी. सेंगोल को हम लोग राजदंड के नाम से भी जानते हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने आज इसके इतिहास को बताया. इसके साथ ही अब ये सिंगोल म्यूजियम में नहीं बल्कि नई संसद भवन में स्थापित होगा. इससे पहले सिंगोल प्रयागराज के म्यूजियम में रखा था.
आजादी के अमृत महोत्सव में प्रधानमंत्री जी ने जो कुछ लक्ष्य तय किए थे, उसमें एक लक्ष्य हमारी ऐतिहासिक परंपराओं का सम्मान और उनका पुनर्जागरण भी था. ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री जी 28 मई को संसद का नवनिर्मित भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे।एक प्रकार से नया संसद भवन प्रधानमंत्री जी के दूरदर्शिता का प्रमाण है.जो नए भारत के निर्माण में हमारी सांस्कृतिक विरासत, परंपरा और सभ्यता को आधुनिकता से जोड़ने का एक सुंदर प्रयास है.
मिल भाषा में इसे सेंगोल कहा जाता है. इसका अर्थ होता है संपदा से संपन्न. सत्ता का प्रतीक सेंगोल को नई संसद में स्थापित किया जाएगा. नई संसद भवन का जिस दिन उद्घाटन होना है कि उसी दिन सेंगोल तमिलनाडु से आए विद्वान पीएम को ये सिंगोल भेंट करेंगे. इसके बाद नई संसद भवन में स्पीकर की सीट के ठीक बगल में इसे स्थापित किया जाएगा.