5 साल की बच्ची बनी प्रधानाध्यापिका की हैवानियत का शिकार
रायगढ़ – पूरा विश्व ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार बनता जा रहा है। आये दिन हर 5 सेकंड में कोई न कोई बच्चा ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार बन जाता है। हालही में आपके दिल को दहला देने वाली खबर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में स्थित एक सरकारी स्कूल से आ रही है।
मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक रायगढ़ जिले के बासमुडा प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के रूप में तैनात 52 वर्षीय महिला पर भारतीय दंड संहिता की धारा 342 (गलत कारावास) और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधान के तहत मामला दर्ज किया गया है। स्कूल की प्रधानाध्यापिका को कथित तौर पर प्रताड़ित करने और पांच साल की बच्ची को उसके घर के बाथरूम में बंद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारी ने कहा कि आरोपी महिला के पड़ोसियों की शिकायत के आधार पर पुलिस और महिला एवं बाल कल्याण विभाग की टीमों ने 20 अप्रैल को खरसिया शहर में सिंचाई कॉलोनी में उसके घर से बच्ची को बचाया। लड़की को बाद में रायगढ़ में बाल आश्रय गृह में स्थानांतरित कर दिया गया। जांच के बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और जिला बाल संरक्षण अधिकारी और NGO आशियाना शेल्टर होम द्वारा रिपोर्ट सौंपी गई।