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टेक्नोलॉजी

भारत में राइट और अमेरिका में लेफ्ट क्यों होता है Steering Wheel?


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नई दिल्ली – भारत में कार स्टेयरिंग व्हील दाईं तरफ होता है और अमेरिकी देशों में स्टेयरिंग व्हील बाईं तरफ (Left Side) होता है. अब इसके पीछे वैसे तो कोई रॉकेट साइंस नहीं है लेकिन एक कारण जरूर है. कारण ये है कि भारत में कई सालों तक अंग्रेजों का राज रहा और ये गुलामी ही इस बात की वजह बनी कि भारत में कार स्टेयरिंग व्हील (Steering Wheel) दाईं तरफ होता है. सभी को पता है कि साल 1947 से पहले लंबे समय तक भारत पर अंग्रेजों का राज रहा है.

भारत अकेला ऐसा देश नहीं है, जहां सड़कों पर बाईं ओर ही चला जाता है. दुनिया के 163 देशों में राइट साइड और 76 देशों में लेफ्ट साइड चलने का नियम है. अब भारत ब्रिटेन के उपनिवेश का हिस्सा रहा है इसलिए अंग्रेजों की ओर से ही यहां भी बाई ओर चलने का नियम चलता रहा, जो आजादी के बाद भी नहीं बदला है.

18वीं शताब्दी में अमेरिका में टीमस्टर्स हुआ करते थे. ये घोड़ों की एक टीम मदद से खीचें जाते थे और यहां ड्राइवर के बैठने की जगह नहीं होती थी. ऐसे में ड्राइवर घोड़ों की टीम में सबसे बाएं घोड़े पर बैठता था और दाएं हाथ से चाबुक की मदद से घोड़ों का कंट्रोल करता था. इसी वजह से अमेरिकी लोग दाईं तरफ चलने लगे और यही चलन आगे भी जारी रहा और कार के स्टेयरिंग बाईं तरफ बनाने शुरू हुए.

बाईं ओर ड्राइवर के बैठने से होती थी ये दिक्कत
जब ड्राइवर बाईं ओर बैठता था तो उसके लिए दाईं ओर से आने वाले या पीछे से आगे आने वाले वाहनों को देखने में आसानी होती थी. यही वजह रही कि अमेरिका में कार में स्टेयरिंग व्हील बाईं तरफ दिया जाने लगा. बता दें कि ये नियम अमेरिका के साथ-साथ कनाडा में भी लागू है.

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