नौकरी के बदले जमीन घोटाला: लालू यादव,राबड़ी और मीसा भारती को मिली दिल्ली कोर्ट से राहत

नई दिल्ली – 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ। कहा जा रहा है कि नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए। अब इसी घोटाले में सीबीआई जांच कर रही है और आज मामले की सुनवाई अदालत में होनी है, जिसके लिए लालू यादव परिवार समेत कोर्ट पहुंचे हैं।
#WATCH | Land-for-job case: Lalu Yadav leaves from Delhi's Rouse Avenue Court.
The court grants bail to Rabri Devi, Misa Bharti, him & other accused in the matter and directed every accused to furnish Rs 50,000 personal bail bond & a like amount surety. pic.twitter.com/Qv4ElT6rbN
— ANI (@ANI) March 15, 2023
74 वर्षीय लालू प्रसाद, जिनका हाल ही में किडनी ओप्रेशन हुआ था और व्हीलचेयर पर थे, सुबह करीब 10 बजे राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे, लेकिन कार्यवाही में देरी हुई। परिवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल के समक्ष पेश हुआ।
जमानत 50,000 रुपये के निजी मुचलके और इतनी ही राशि के एक-एक जमानत पर दी गई। अदालत ने कहा कि सीबीआई ने बिना किसी गिरफ्तारी के आरोप पत्र दायर किया था।
लालू की इस साजिश में पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती, भारतीय रेलवे में तत्कालीन महाप्रबंधक सौम्या राघवन, मुख्य कार्मिक अधिकारी कमल दीप मेनराई ने उनका साथ दिया। इनके अलावा पटना के महजाबाग, बिहटा के बिंदौल गांव और पटना शहर के निवासियों राज कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार, अजय कुमार, संजय कुमार, धर्मेंद्र कुमार, विकास कुमार, अभिषेक कुमार, रवींद्र रे, किरण देवी, अखिलेश्वर सिंह, रामाशीष सिंह ने भी इस साजिश में अहम भूमिका निभाई।