दुनिया में चीन की लैब से ही फैला था कोरोना वायरस
नई दिल्ली – अमेरिकी ऊर्जा विभाग ने बताया कि कोरोना वायरस एक चीनी प्रयोगशाला से लीक होने के बाद फैल गया. वॉल स्ट्रीट जनरल ने रविवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया है कि व्हाइट हाउस और अमेरिकी संसद के प्रमुख सदस्यों को सौंपी गई एक खुफिया रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है.
एनर्जी डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि दुनियाभर में फैली US बायोलॉजी लैब्स से उन्हें खुफिया जानकारी मिली. इसी इनपुट के आधार पर फाइनल रिपोर्ट पेश की गई है. कुछ अधिकारियों का मानना है कि ये रिपोर्ट काफी कमजोर है. इसका निष्कर्ष किसी ठोस बुनियाद पर नहीं निकाला गया है. अमेरिका की कई एजेंसियां के बीच अब भी वायरस के ओरिजन को लेकर मतभेद हैं.
अमेरिकी उर्जा विभाग से पहले एफबीआई (FBI) पहले ही इस बात की आशंका जता चुका है कि कोरोनावायरस की उत्पत्ति चीन की लैब से ही हुई थी. 2021 की अपनी एक रिपोर्ट में एफबीआई ने कोरोना महामारी एक प्रयोगशाला रिसाव का परिणाम थी. वहीं, अब उर्जा विभाग भी FBI की राय से सहमत हो गया. वहीं कई एजेंसियों का ये भी मानना है कि वायरस की उत्पत्ति प्राकृतिक रूप से हुई है. वहीं कुछ एजेंसियां किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंची है.
2020 की शुरुआत में कोरोना वायरस लगभग पूरी दुनिया में फैल गया था. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण दुनिया में अब तक 70 लाख लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना के कारण ही पूरी दुनिया में सप्लाई चेन बाधित हुई है.
इससे पहले नेशनल इंटेलिजेंस एवरिल हैन्स कार्यालय के निदेशक की ओर से 2021 में जारी एक डॉक्यूमेंट में बताया गया था कि कैसे कई खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति के बारे में अलग-अलग निष्कर्ष सामने आए हैं. अधिकतर रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड -19 फैलाने वाला कोरोना वायरस चीन की एक लैब में हादसे के जरिए दुनिया भर फैला था.