प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दाऊदी बोहरा समुदाय से की मुलाकात
नई दिल्ली – पीएम मोदी ने अरबी की पढ़ाई के एक बड़े सेंटर का उद्घाटन भी किया. मूल रूप से शिया समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बोहरा गुजरात और महाराष्ट्र में प्रभावशाली माने जाते हैं. शिया समुदाय के एक हिस्से का पहले से भी बीजेपी को वोट मिलता रहा है. अब बीएमसी चुनाव से पहले पीएम की इस समुदाय को अहम माना जा रहा है. इसका न सिर्फ महाराष्ट्र गुजरात बल्कि देश के अन्य हिस्सों में शिया समुदाय पर गहरा असर हो सकता है.
पीएम मोदी ने अलजामी-तुस-सैफियाह (सैफी अकादमी) के नए परिसर का उद्घाटन किया. वह इस दौरान बच्चों के साथ कैंपस में कबूतर उड़ाते हुए नजर आए. पीएम मोदी ने दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों से मुलाकात के दौरान खुद को उनके ही परिवार का हिस्सा बताया. तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि कितने प्यार से लोगों से मिल रहे हैं और उनसे बातचीत कर रहे हैं.
पढ़े-लिखे समुदाय माने जाने वाले बोहरा लोगों से पीएम मोदी की यह मुलाकात एक बड़ा राजनीतिक संदेश भी मानी जा सकती है. दरअसल देश की कुल मुस्लिम आबादी का करीब 15 फीसदी हिस्सा शिया मुस्लिमों का है. इनमें एक हिस्सा बीजेपी को पहले भी वोट करता रहा है. अरबी सेंटर का उद्घाटन और बोहरा समुदाय से मुलाकात का असर भविष्य में शिया वोटबैंक पर भी पड़ सकता है.