
नई दिल्ली – भारत में वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश होगा। ये वित्त मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारमण का पांचवां बजट होगा और 2024 के आम चुनावों से पहले मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट होगा। पिछले दो साल के आम बजट की तरह ही ये बजट भी वित्त मंत्री पेपरलेस फॉर्म में प्रस्तुत करेंगी। तय कार्यक्रम के अनुसार, बुधवार एक फरवरी को केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे बजट को संसद के पटल पर रखेंगी। इसके बाद एक-एक करके सभी बिंदुओं की जानकारी भी वित्त मंत्री देंगी।
लोग सरकार से उम्मीद कर रहे हैं कि वह ट्रेन का किराया नहीं बढ़ाएगी. साथ ही, पिछले कुछ वर्षों में किराए में वृद्धि को नियंत्रित किया जाना चाहिए। प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत भी कम होनी चाहिए। निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री के तौर पर लगातार 5वीं बार केंद्रीय बजट पेश करेंगी। ये बजट बताएगा कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए केंद्र सरकार कहां से कमाई करेगी और कहां खर्च करेगी. इसके अलावा सरकार की ओर से अलग-अलग सेक्टर्स के लिए क्या-क्या ऐलान किए जाएंगे, इस पर भी लोगों की नजर रहेगी।
इससे किसका फायदा होगा और किसका नुकसान? बजट में आम लोगों के लिए क्या है? आयकर का स्लैब कैसा होगा? क्या-क्या बदलाव आपकी जिंदगी को प्रभावित कर सकता है? विकास कार्यों के लिए सरकार ने क्या प्लानिंग की है? रेलवे, रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार क्या-क्या करेगी? महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार क्या कर रही है? इससे कितना राहत मिलने की उम्मीद है? ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब आपको सबसे पहले दिए जाएंगे। इन सवालों के जवाब देने के लिए हमारे साथ होंगे देश के तमाम बड़े अर्थशास्त्री, कारोबारी और आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ।