नई दिल्ली – टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने नवंबर में न्यूयार्क से आ रहे एक विमान में एक यात्री के एक साथी महिला यात्री पर पेशाब करने के लिए शनिवार को माफी मांगी और कहा कि चालक दल के चार सदस्यों और एक पायलट को ड्यूटी से हटा दिया गया है।
इन सभी कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नोटिस में कहा गया है कि फ्लाइट में शराब परोसी गई और उसके बाद अगर ऐसा मामला हुआ तो उसकी तुरंत सूचना, एक्शन क्या लिया गया,देरी क्यों हुई, जैसे तमाम मामले जांच में शामिल हैं। साथ ही एयर इंडिया ने विमान में शराब परोसने की अपनी नीति पर समीक्षा करने को भी कहा है। एअरलाइन विमान में शराब परोसने की अपनी नीति की समीक्षा कर रही है। घटना से उचित तरीके से न निपटने के लिए आलोचनाओं के बीच विल्सन ने एक बयान में कहा कि एअरलाइन इस मामले से बेहतर तरीके से निपट सकती थी और उन्होंने ऐसे अनुचित व्यवहार की शिकायत करने के लिए मजबूत तंत्र बनाने का वादा किया।
एयर इंडिया स्वीकार करती है कि वह इन मामलों को हवा और जमीन दोनों जगहों पर बेहतर तरीके से संभाल सकती थी। वे इस मामले में कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। एयरलाइन की ओर से उपद्रवी यात्री की सूचना कानून प्रवर्तन अधिकारियों को तत्काल नहीं दिए जाने पर उठ रहे सवालों के बीच उन्होंने कर्मचारियों को सलाह दी कि वे किसी भी समझौते पर पहुंचने के बावजूद सभी घटनाओं की रिपोर्ट करें।
आपको बता दें कि विमान में एक यात्री ने महिला पर पेशाब कर दिया था, जिसके बाद से बवाल मचा हुआ है। अब आरोपी सहयात्री शंकर मिश्र को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। इस घटना के बाद से ही एयर इंडिया को लोग सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं और फ्लाइट में शराब परोसे जाने को इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भारी आलोचना झेलने के बाद अब आखिरकार सीईओ को माफी मांगने पर मजबूर होना पड़ा है। साथ ही केबिन क्रू के सदस्यों पर कार्रवाई भी करनी पड़ी है।