x
बिजनेस

भारत में 10,000 का नोट भी हो चुका है डीमोनेटाइज़


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली – दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से मांग की है कि देश की अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए सभी करेंसी नोटों पर गणेश-लक्ष्मी की तस्वीर छपवानी चाहिए. बस…फिर क्या था, अरविंद केजरीवाल की इस मांग के बाद से नोटों पर बाबा साहब अंबेडकर और शिवाजी की तस्वीर छापने की भी मांगें उठने लगीं. यह तो आप सभी जानते हैं कि भारत सरकार जो नोट जारी करती है, उस पर एक तरफ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और दूसरी तरफ किसी एक ऐतिहासिक स्मारक की तस्वीर छापी जाती है, जबकि 2 हजार के नए नोट पर मंगलयान की तस्वीर छपी हुई है. आइए आज भारतीय करेंसी से ही जुड़ी कुछ बेहद रोचक बातों को जानेंगे.

नोटबंदी का ये पहला मौका नहीं था. भारत में इससे पहले भी 1000, 5000 और 10,000 रुपए के नोट को डीमोनेटाइज़ किया जा चुका है, लेकिन ज्‍यादातर लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. आइए आपको बताते हैं रिजर्व बैंक से जुड़ी तमाम दिलचस्‍प बातें.रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अब तक सबसे अधिक कीमत का नोट 10,000 रुपये का छापा था. इस नोट को 1938 में छापा गया था, लेकिन जनवरी 1946 में ही इस नोट को डीमोनेटाइज़ कर दिया गया. इसके बाद 1954 में 10,000 का नोट फिर से पेश किया गया, लेकिन तब भी इसे 1978 में फिर डीमोनेटाइज़ कर दिया गया.

आ‍रबीआई की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के हिसाब से जनवरी 1946 में सबसे पहले 500, 1000 और 10000 के बैंक नोट चलन से बाहर किए गए. 1954 में शुरू हुए 1000, 5000 और 10,000 के बैंकनोट जनवरी 1978 में फिर से बंद कर दिए गए. महात्मा गांधी शृंखला के तहत जारी किए गए 500 और 1000 मूल्यवर्ग के बैंकनोट 08 नवंबर 2016 की मध्यरात्रि से वैध मुद्रा नहीं रहे.

जिस नोट का इस्‍तेमाल आप करते हैं, क्‍या आपको पता है कि वो नोट किस चीज से बनता है? बैंकनोट मुद्रित करने के लिए वर्तमान में प्रयोग में लाया जाने वाला कागज 100% रूई (कॉटन) का उपयोग करके बनाया जाता है. इस नोट के बीच में हिंदी और पीछे की ओर अंग्रेजी में लिखाई की जाती है. इसके अलावा बैंकनोट के भाषा पैनल में पंद्रह भाषाएं दिखाई देती हैं. भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम 1934 की धारा 26 के अनुसार बैंकनोट के मूल्य का भुगतान करने हेतु बैंक उत्तरदायी है. मैं धारक को…अदा करने का वचन देता हूं’, वाक्य बैंक की ओर से बैंकनोट धारक के प्रति देयता को दर्शाता है.

Back to top button