नई दिल्ली – गुजरात के यशकलगी में एक और मोर पंख जुड़ गया है। गुजरात की समृद्ध और ऐतिहासिक विरासत को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। मोढेरा का सूर्य मंदिर और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के गृहनगर वडनगर को विश्व धरोहर स्थलों के रूप में नामित किया गया है। इससे पहले अहमदाबाद शहर, चंपानेर, धोलावीरा और पाटन की रणकी वाव को विश्व धरोहर का दर्जा मिल चुका है।
भारत के तीन ऐतिहासिक स्थलों सहित गुजरात की समृद्ध और ऐतिहासिक विरासत को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात किया गया है। जिनमें से दो स्थान गुजरात के हैं। वडनगर की यूनेस्को विश्व विरासत स्थल सूची – ऐतिहासिक शहर, मोढेरा का सूर्य मंदिर और त्रिपुरा में उनाकोटी की रॉक-कट मूर्तियां भी विश्व धरोहर स्थलों की अनंतिम सूची में शामिल की गई हैं।
ऐतिहासिक शहर कहे जाने वाले गुजरात के वडनगर ने एक बार फिर सबका ध्यान खींचा है। वडनगर में खुदाई के दौरान अब तक कई प्राचीन अवशेष मिले हैं। जो सोलंकी काल का है। वडनगर गुजरात के मेहसाणा जिले के अंतर्गत एक शहर है। एक बहुस्तरीय ऐतिहासिक शहर, वडनगर का इतिहास लगभग 8वीं शताब्दी ईसा पूर्व का है। शहर में अभी भी बड़ी संख्या में ऐतिहासिक इमारतें हैं जो मुख्य रूप से धार्मिक और आवासीय प्रकृति की हैं।
अब आपको गुजरात का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मोढ़ेरा सूर्यमंदिर एक नए रूप में देखने को मिलेगा। अब से हर शाम आपको मोढेरा सूर्य मंदिर का मनमोहक नजारा देखने को मिलेगा। हर शाम सूर्य मंदिर रोशनी से जगमगाता नजर आएगा। क्योंकि, मंदिर परिसर में आकर्षक हेरिटेज लाइटिंग शो होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने गुजरात दौरे के दौरान इस शो का उद्घाटन किया। मोढेरा का सूर्य मंदिर, सूर्य भगवान को समर्पित, भारत में मंदिर वास्तुकला का एक रत्न और गुजरात का गौरव है। यह ऐसे मंदिरों में से पहला है, जो सोलंकी शैली का सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधित्व करता है, जो वास्तुकला और सजावट में अद्वितीय है।