FIFA World Cup Qatar: कतर नहीं किया जाकिर नाइक को आमंत्रित,भारत के विरोध पर दी जानकारी
नई दिल्ली – टूर्नामेंट का आगाज 20 नवंबर को हुआ था। इसी बीच पता चला कि मनी लॉन्ड्रिंग, भड़काऊ भाषण और आतंक से जुड़ी गतिविधियों का आरोपी इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक कतर पहुंचा है। भगोड़े जाकिर नाइक को दोहा में फीफा विश्व कप में शामिल होने के न्यौते पर हंगामा मचा हुआ है। इस बीच पता चला है कि कतर ने राजनयिक चैनलों के माध्यम से भारत को बताया है कि उसकी तरफ से जाकिर नाइक को फीफा वर्ल्ड कप के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए कोई आधिकारिक आमंत्रण नहीं दिया गया था।
हालांकि इस जानकारी की भारत या कतर सरकार ने पुष्टि नहीं की है। भारत में भड़काऊ भाषण देने पर और कुछ अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज होने के बाद से नाइक यहां वापस नहीं आया है। उसे न्यायालय ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। नाइक 2016 से मलेशिया में स्थायी रूप से रह रहा है और वहीं से टेलीविजन चैनल के जरिये अपनी बातें प्रचारित करता है। जबकि भारत उसके प्रत्यर्पण के लिए मलेशिया सरकार से लगातार मांग कर रहा है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत इस मामले पर संबंधित अधिकारियों को ‘सबसे मजबूत संभव शर्तों’ में अपने विचार व्यक्त करेगा। इसके साथ ही सत्ताधारी भाजपा के एक धड़े ने फीफा के बहिष्कार का आह्वान किया है। बता दें कि फीफा वर्ल्ड कप के उद्घाटन समारोह में भारतीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शामिल हुए थे। जगदीप धनखड़ अगले दिन ही भारत लौट आए थे। हालांकि जाकिर के इस समारोह में शामिल होने की कोई खबर सामने नहीं आई है।
जाकिर नाइक भारत में 1990 के दशक से अपने धार्मिक उपदेशों को लिए चर्चा में आया था। साल 2000 की शुरुआत में उसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिसमें जाकिर नाइक ने कई आपत्तिजनक भाषण दिए थे। इसके बाद जाकिर पर अपने अनुयायियों को दूसरे धर्म के खिलाफ भड़काने के आरोप लगने लगे। इसके बाद 2016 में भारत ने जाकिर नाइक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) पर प्रतिबंध लगा दिया। जाकिर नाइक 2016 में भारत से चला गया था और वह मलयेशिया में रह रहा है। कथित तौर पर जाकिर नाइक को मलयेशिया का स्थायी निवास मिला हुआ है। लेकिन ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ का हवाला देते हुए 2020 से मलयेशिया के अंदर उसके भाषण देने पर प्रतिबंध लगा हुआ है।