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Ram Navami 2024 : अयोध्या में भए प्रकट कृपाला,500 वर्ष बाद राममंदिर में रामनवमी की छटा


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नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान श्री राम के जन्मोत्सव भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। भगवान राम का उनके जन्मस्थान पर करीब 500 सालों के बाद पहली बार भव्य जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। वर्षों के संघर्ष और लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने रामलला को उनके जन्मस्थान पर अधिकार दिया। इसके बाद प्रभु रामलला के दिव्य धाम का निर्माण शुरू किया गया। 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम के दिव्य धाम के पहले चरण का निर्माण पूरा किया गया। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिव्य आयोजन हुआ। आज प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव उनके धाम में भव्य और दिव्य तरीके से मनाया जा रहा है। रामनवमी की तैयारियां शुरू की गई। भक्तों में गजब का उल्लास दिखा। रामनवमी के मौके पर दोपहर 12 बजे रामलला का सूर्याभिषेक किया गया। वैज्ञानिकों की टीम ने रामलला के ललाट को सूर्य की किरण से तिलक किया गया।

सूर्य की किरणों से दमके प्रभु रामलला

प्रभु रामलला सूर्य की किरणों से दमकते रहे। सूर्यवंशी भगवान राम के ललाट पर जैसे ही सूर्य की किरणें पहुंची, रामलला की आभा दमकने लगी। ऐसे लगा मानो सूर्य प्रभु श्री राम को जन्मोत्सव के मौके पर नमस्कार कर रहे हों। असम की रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने भी राम जन्मोत्सव का समय होते ही रैली में ‘सियावर रामचंद्र की जय’ का जयकारा लगाया। वहीं, अयोध्या के मंदिर में जिस किसी ने प्रभु श्रीराम का दिव्य रूप देखा, वह मोहित हो गया।

रामनवमी पर सूर्यतिलक का अनोखा नजारा

रामलला के जन्मोत्सव के मौके पर अयोध्या के राम मंदिर में अद्भुत नजारा दिखाई दिया। दोपहर 12 बजते ही मंदिर के कपाट बंद किए गए। प्रभु श्री राम के जन्म की प्रक्रिया को शुरू किया गया। लेजर बीम से सूर्यकिरण प्रभु श्रीराम के ललाट को प्रकाशित कर दिया गया। एक बारगी ऐसा लगा कि भगवान राम मंदिर में प्रकटमान हो गए हैं। पुजारियों की ओर से भगवान श्रीराम के जन्म पर आरती की गई।

करीब साढ़े तीन मिनट तक सूर्यतिलक

रामलला के ललाट पर करीब साढ़े तीन मिनट तक सूर्यतिलक किया गया। सीबीआरआई, रुड़की के एक सीनियर साइंटिस्ट के अनुसार, सूर्यतिलक का आकार 58 मिलीमीटर है। उन्होंने बताया कि रामलला के मस्तक के केंद्र पर तिलक लगाने की सही अवधि लगभग तीन से साढ़े तीन मिनट है, जिसमें दो मिनट पूर्ण रोशनी रही। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि सूर्य तिलक के दौरान भक्तों को राम मंदिर के अंदर जाने की अनुमति दी गई। इसके लिए मंदिर ट्रस्ट की ओर से लगभग 100 एलईडी और सरकार की ओर से 50 एलईडी लगाई गई। इसमें रामनवमी समारोह को दिखाया गया। मंदिर परिसर के आसपास मौजूद लोग इससे उत्सव देखकर भाव विह्वल हो गए। आसमान साफ होने की स्थिति में इस प्रक्रिया को आसानी से पूरा कराया गया।

रामनवमी के मौके पर प्रभु रामलला का अद्भुत श्रृंगार

रामनवमी के मौके पर प्रभु रामलला का अद्भुत श्रृंगार किया जा रहा है। इसके लिए वेद मंत्रों के पाठ के साथ दूध और अन्य सामग्रियों के साथ उनका स्नान कराया गया। पुजारियों की ओर से प्रक्रिया पूरी कराई गई है। पूरे राम मंदिर को फूलों से सजाया गया है। भक्तों को प्रभु श्रीराम का दर्शन कराने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।

सीएम योगी ने दी रामनवमी की बधाई


यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनवमी के पावन मौके पर प्रदेश और देशवासियों को बधाई दी है। प्रभु श्रीराम के धाम में शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद भव्य मंदिर के निर्माण के बाद रामनवमी के आयोजन का भी जिक्र किया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने दी रामनवमी की बधाई


पीएम नरेंद्र मोदी ने रामनवमी के मौके पर देशवासियों को बधाई दी है। पीएम ने कहा कि शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे रामलला दिव्य राम मंदिर में विराजमान हो चुके हैं। अयोध्या एक अप्रतिम आनंद में है। इस तरह रामनवमी मनाने का सौभाग्य हमें पांच शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद मिला है। यह देशवासियों की कठिन तपस्या, संघर्ष और साधना का परिणाम है। प्रभु श्रीराम हमारे रोम-रोम में बसे हैं

रामनवमी के मौके पर भक्तों का उमड़ा है सैलाब

रामनवमी के मौके पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। रामनवमी के मौके पर 40 लाख से अधिक लोग अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन करने पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि रामनवमी मेला 20 अप्रैल तक चलेगा। इसको लेकर तैयारियों को पूरा कराया गया है। अयोध्या धाम में मेले को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

साथ न लाएं मोबाइल फोन

आज अयोध्या में लगभग 25 लाख भक्तों के पहुंचने का अनुमान लगाया गया है. हालांकि ये एक अनुमान है लेकिन इसकी तैयारियां उसी हिसाब से की गई हैं. आपको बता दें की आप अंदर मोबाइल फोन या कोई भी कीमती समान न ले जाएं, इसकी मनाही है. साथ ही वीआईपी दर्शन और पास फिलहाल काम नहीं करेंगे. ट्रस्ट के अधिकारियों ने खुद वीआईपी लोगों से इस बात की गुजारिश की है की वह राम नवमी पर मंदिर न आएं, ताकी सारी सुरक्षा व्यवस्था सही रहे. इसके अलावा. रामनवमी के मौके पर मंदिर रात 11 बजे तक खुला रहेगा. बीच-बीच में भोग और आरती भी होगी. इस दौरान गर्भगृह के अंदर की तस्वीरों को अयोध्या में श्रद्धालुओं तक पहुंचाने के लिए 100 LED स्क्रीन लगाई गई हैं.

18 अप्रैल तक लागू रहेगी ये व्यवस्था

दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद में धनिया की पंजीरी मिलेगी. ये प्रसाद उन्हें वापसी पर दिया जाएगा. इसके अलावा 15 लाख पैकेट विशेष प्रसाद भी वितरित किया जाएगा. धूप से पैर न जलें, इसके लिए मैट बिछाई जा रही है. दर्शन मार्ग पर पीने के पानी और टायलेट का भरपूर इंतजाम किया गया है. भक्त दूरदर्शन व अपने मोबाइल पर ही सूर्याभिषेक का सीधा प्रसारण देख सकेंगे. पूरे रामलला मंदिर परिसर को गुलाबी रंग की एलईडी लाइटों से रोशन किया गया है. रात में 12 बजे शयन आरती के साथ ही राममंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे. यह व्यवस्था 18 अप्रैल तक लागू रहेगी.

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीरें

असुर नाग खग नर मुनि देवा। आइ करहिं रघुनायक सेवा।। जन्म महोत्सव रचहिं सुजाना। करहिं राम कल कीरति गाना।।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपने एक्स अकाउंट पर इस चौपाई के साथ रामलला की अलौकिक तस्वीरें साझा की हैं। ट्रस्ट ने चौपाई का भावार्थ बताते हुए लिखा है कि असुर-नाग, पक्षी, मनुष्य, मुनि और देवता सब अयोध्या में आकर रघुनाथ जी की सेवा करते हैं। विद्वान जन प्रभु के जन्म का महोत्सव मनाते हैं और श्री राम की सुंदर कीर्ति का गान करते हैं।

ऐसे हुआ सूर्य तिलक

प्रोजेक्ट सूर्य तिलक में एक गियर बॉक्स, रिफ्लेक्टिव मिरर और लेंस की व्यवस्था इस तरह की गई है कि मंदिर के शिखर के पास तीसरी मंजिल से सूर्य की किरणों को गर्भगृह तक लाया गया। इसमें सूर्य के पथ बदलने के सिद्धांतों का उपयोग किया गया। सीबीआरआई के वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप चौहान ने बताया कि, शत प्रतिशत सूर्य तिलक रामलला की मूर्ति के माथे पर अभिषेक हुआ।

रात 11 बजे तक खुला रहेगा मंदिर

सुबह 5 बजे शृंगार आरती हुई। भक्त लगातार रामलला के दर्शन भी कर रहे हैं, केवल भोग लगाते वक्त थोड़ी देर के लिए पर्दा किया गया। रामनवमी के मौके पर मंदिर रात 11 बजे तक खुला रहेगा। बीच बीच में भोग और आरती भी होगी। दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर रामलला के ललाट पर सूर्य की किरणों से अभिषेक होगा। करीब 4 मिनट तक रामलला के ललाट पर सूर्य की किरणों का अभिषेक होगा। इस दौरान गर्भगृह के अंदर की तस्वीरों को अयोध्या में श्रद्धालुओं तक पहुंचाने के लिए 100 LED स्क्रीन लगाई गई हैं।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

रामनवमी के मौके पर अयोध्या धाम में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या के चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पैरा मिलिट्री के जवान तैनात हैं। रामलाल के जन्मोत्सव को देखने के लिए करीब 25 लाख श्रद्धालुओं के रामनगरी में पहुंचने की संभावना है, जिसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। भगवान रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसका भी खास ध्यान रखा गया है।

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