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सैम प‍ित्रोदा ने दिया ऐसा विवादित बयान ,देश में शुरू हुआ सियासी धमासान


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नई दिल्लीः इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के एक बयान ने एक बार फिर राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है. हाल ही में उन्होंने अपने एक पॉडकास्ट में देश के अलग-अलग हिस्सों के लोगों की तुलना विदेशी नस्लों के लोगों से की, जिसे लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अपनी जनसभा में उन्हें आड़े हाथों लिया. वारंगल में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश के लोग त्वचा के रंग के आधार पर अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. पित्रोदा के विवादित बयान पर पीएम मोदी ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से भी जवाब मांगा है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘शहजादे (राहुल गांधी), आपको जवाब देना होगा. मेरा देश त्वचा के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा. मोदी इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा.’

सैम पित्रोदा की विवादित टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा

पीएम मोदी बुधवार को तेलंगाना में चुनावी रैलियां कर रहे हैं. इन रैली में पीएम मोदी ने विपक्षी दलों और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने वारंगल में सैम पित्रोदा की विवादित टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि शहजादे के अंकल अमेरिका मेंं हैं और शहजादे के अंकल ने बड़ा रहस्य खोला. अंकल ने कहा कि काली चमड़ी वाले अफ्रीकी है. चमड़ी के रंग के आधार पर देशावासियों का अपमान किया है, चमड़ी को लेकर देश अपमान सहन नहीं करेगा. इन्होंने काली चमड़ी के आधार पर गाली दी.

पित्रोदा का इंटरव्यू, भारत में हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है

सैम पित्रोदा ने अंग्रेजी अखबार द स्टेट्समैन को दिए एक इंटरव्यू में विविधता पर बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘हम 75 साल बहुत खुशहाल माहौल में रहे हैं। लोग इधर-उधर के झगड़ों को छोड़कर एक साथ रहते थे। हम भारत जैसे विविधता वाले देश को एक साथ रख सकते हैं। यहां हम सभी भाई-बहन हैं।कांग्रेस नेता ने आगे कहा- हम सभी अलग-अलग भाषाओं, धर्मों, रीति-रिवाजों और खाने का सम्मान करते हैं। यही वह भारत है जिसमें मैं विश्वास करता हूं, जहां हर किसी के लिए एक जगह है। यहां हर कोई एक-दूसरे के लिए थोड़ा-बहुत समझौता करता है।’

प्रधानमंत्री बोले- मेरा मन गुस्से से भर गया है

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आज मैं बहुत गुस्से में हूं। लोग मुझे गाली दें तो मैं गाली सह लेता हूं; लेकिन शहजादे के फिलॉसफर ने इतनी बड़ी गाली दी है कि मेरे मन में गुस्सा भर गया है।’मोदी ने कहा, ‘क्या मेरे देश में चमड़ी का रंग देखकर लोगों की योग्यता तय होगी। चमड़ी के रंग का खेल खेलने का हक शहजादे को किसने दिया है। संविधान सर पर लेकर नाचने वाले लोग मेरे देश का अपमान कर रहे हैं।’

कर्जमाफी के वायदे पर पीएम ने घेरा

पीएम ने कहा कि कांग्रेस कैसे लोगों को धोखा देती है? इसके बारे में तेलंगाना बेहतर जानता है। कांग्रेस ने किसानों को जो कर्ज माफ करने का वायदा किया था। उस वायदे को लटकाया जा रहा है। अब लोकसभा चुनाव तक किसानों को रुकने के लिए कहा गया है। वे लोग वायदों को पूरा करने के लिए भगवान की कमस खाते हैं, लेकिन दूसरी ओर सनातन धर्म का अपमान करते हैं।

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर लगाया बड़ा आरोप

जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की त्वचा के रंग के कारण कांग्रेस उनके खिलाफ है. पीएम ने कहा, ‘मैं (राष्ट्रपति) द्रौपदी मुर्मू के बारे में बहुत सोच रहा था, जिनकी बहुत अच्छी प्रतिष्ठा है और आदिवासी परिवार की बेटी हैं. कांग्रेस उन्हें हराने की इतनी कोशिश क्यों कर रही थी? आज मुझे इसका कारण पता चला.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) को ‘अमेरिकी अंकल’ संबोधित करते हुए कहा, ‘मुझे पता चला कि अमेरिका में एक चाचा हैं जो ‘शहजादा’ के दार्शनिक मार्गदर्शक हैं और क्रिकेट में तीसरे अंपायर की तरह काम करते हैं, ‘शहजादे’ तीसरे अंपायर से सलाह लेते हैं. इन दार्शनिक चाचा ने कहा कि जिनकी ब्लैक स्किन है वो अफ्रीका से हैं, इसका मतलब है कि आप देश के कई लोगों को उनकी त्वचा के रंग के आधार पर प्रताड़ित कर रहे हैं.’

पीएम मोदी ने रैली में कांग्रेस नेता पित्रोदा की नस्लवादी टिप्पणी पर जमकर निशाना साधा। पीएम ने कहा कि आपको जवाब देना पड़ेगा। देशवासियों का रंग के आधार पर अपमान सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने पूछा कि क्या त्वचा का रंग राष्ट्रीयता निर्धारित करेगा। मोदी ऐसे बयान बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने इसके बाद राष्ट्रपति चुनाव के समय की बात का जिक्र किया।

सैम पित्रोदा ने क्या कहा था?

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने सैम पित्रोदा के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उत्तर पूर्वी भारत के लोग चीनियों जैसे दिखते हैं. इस महीने की शुरुआत में द स्टेट्समैन के साथ एक इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने कहा था कि देश में अलग-अलग त्वचा के रंग और शक्ल वाले लोग एकता के साथ रहते हैं. उन्होंने कहा था, ‘मैं उस भारत में विश्वास रखता हूं जहां भाषा, धर्म, संस्कृति, रंग-रूप, रिवाज, खान-पान आदि की विविधता के बावजूद लोग 70-75 साल से, कुछ छिटपुट झगड़ों को छोड़कर, खुशनुमा माहौल में एक साथ रह रहे हैं. हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एक साथ लेकर चल सके, जहां पूरब के लोग चीनियों जैसे दिखते हैं तो पश्चिम के लोग अरब जैसे, उत्तर के लोग संभवतः गोरों जैसे तो दक्षिण के लोग अफ्रीकियों जैसे, लेकिन इन सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी भाई-बहन हैं.’

पूर्वी भारतीय चीनी लगते हैं तो दक्षिण के अफ्रीकी

इससे पहले सैम पित्रोदा ने अपने बयान में कहा कि उत्तर भारत के लोग तो सफेद गोरे जैसे नजर आते हैं, जबकि पूर्वी भारत के लोग चाइनीज जैसे दिखते हैं. इस बयान में आगे पित्रोदा ने कहा कि दक्षिण भारतीय लोग अफ्रीकी जैसे और पश्चिम भारत के लोग अरब के लोगों जैसे दिखते हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत जैसे विविधता वाले देश में फिर भी सभी एक साथ रहते हैं. अब भाजपा पित्रोदा के इसी नस्लीय बयान पर हमलावर हो गई है. भाजपा का कहना है कि ये शब्द भले सैम पित्रोदा के हों लेकिन सोच राहुल गांधी की है.

इससे पहले सैम पित्रोदा ने अपने बयान के जरिए राजनीति का पारा हाई कर दिया था

इससे पहले सैम पित्रोदा ने अपने बयान के जरिए राजनीति का पारा हाई कर दिया था, जब उन्होंने कहा था कि अमेरिका की तरह भारत में भी विरासत कर लगना चाहिए. हालांकि कांग्रेस ने तब उनके इस बयान से पाला झाड़ लिया था. जबकि इसके बाद भी राहुल गांधी कई मंचों से देश में जाति जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण कराने की बात कह चुके हैं. वारंगल में पीएम मोदी ने ये भी कहा, “…BRS की सच्चाई भी SC, ST, OBC समाज को धोखा देने की है. BRS ने 2014 में आपसे वादा किया था कि वो सरकार में आई तो दलित सीएम बनाएंगी. BRS ने दलित बंधु योजना के नाम पर भी आपका भरोसा तोड़ा…यही BRS है जिसने तुष्टीकरण की राजनीति को आगे बढ़ाते हुए मुस्लिम IT पार्क बनाने की बात कही थी. “

राम मंदिर, विरासत कर और अब चाइनीज-अफ्रीकन बयानों पर हुआ विवाद

राम मंदिर

पिछले साल जून महीने में सैम पित्रोदा ने राम मंदिर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि मंदिर भारत के बेरोजगारी, मुद्रास्फीति, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान नहीं करेंगे। उनकी टिप्पणियों ने भाजपा को कांग्रेस की आलोचना की।सैम पित्रोदा ने कहा था बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों को छोड़कर धार्मिक मामलों को प्राथमिकता दी जा रही है। मुझे किसी भी धर्म से कोई दिक्कत नहीं है। कभी-कभार मंदिर जाना ठीक है, लेकिन आप उसे मुख्य मंच नहीं बना सकते।

सिख विरोधी दंगों

साल 2019 के मई महीने में जब सैम पित्रोदा से 1984 के सिख विरोधी दंगों के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “हुआ तो हुआ” (तो क्या हुआ)। कांग्रेस नेता के इस बयान पर काफी बवाल मचा था।

बालाकोट एयर स्ट्राइक पर उठाए सवाल

पुलवामा हमले पर भी सैम पित्रोदा ने विवादित बयान दिया था। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में पित्रोदा ने बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने मारे गए चरमपंथियों की संख्या को लेकर सवाल किया है और कहा है कि उन्हें इस बारे में और अधिक जानना है। कांग्रेस नेता के इस बयान पर पीएम मोदी ने पलटवार किया था।उन्होंने एक्स पर लिखा,”विपक्ष लगातार हमारी सेनाओं का अपमान कर रहा है। मैं इस देश के लोगों से अपील करता हूं कि वो विपक्ष द्वारा दिए जा रहे इस तरह के बयानों पर सवाल करें।”

संविधान बनने में नेहरू का अहम योगदान: सैम पित्रोदा

सैम पित्रोदा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया कि जवाहरलाल नेहरू ने संविधान के निर्माण में बीआर अंबेडकर की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण योगदान दिया। राजनीतिक गलियारों में कई दिनों तक कांग्रेस नेता के इस बयान की चर्चा होती रही।

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