भारत का पहला रॉकेट Vikram S,कैसे पड़ा Vikram S नाम और क्या है खास
नई दिल्ली – बहुत जल्द आप विक्रम एस को आसमान की ऊंचाईयों को छूते देख पाएंगे. दरअसल स्काईरूट स्पेस ने साफ किया है कि विक्रम एस को 18 नवम्बर को लॉन्च किया जाएगा. जहां पहले जानकारी मिली थी कि हैदराबाद स्थित स्टार्टटप कंपनी अपने इस विमान को आज लॉन्च करेगी वहीं बाद में नई अपडेट मिली कि खराब मौसम को देखते हुए लॉन्च में डिले रहेगा. कंपनी ने बीती शाम विक्रम एस को लेकर एक नया ट्वीट किया जिसमें लॉन्चिंग की नई जानकारी सामने आई है.
There it is!
Catch a glimpse of our Vikram-S at the rocket integration facility at Sriharikota, as it gets ready for the momentous day. Weather seems great for the launch on 18 Nov 11:30 AM.#Prarambh #OpeningSpaceForAll pic.twitter.com/b0nptNlA1N— Skyroot Aerospace (@SkyrootA) November 14, 2022
अब रॉकेट को 18 नवंबर, 2022 को लॉन्च किया जाएगा. क्योंकि इस वक्त खराब मौसम की वजह से इसके लॉन्च में देरी हुई है. रॉकेट की एक झलक देते हुए स्काईरूट एयरोस्पेस ने एक ट्वीट में जानकारी दी, “यह है वो! श्रीहरिकोटा में रॉकेट एकीकरण सुविधा में हमारे विक्रम-एस की एक झलक देखें, क्योंकि यह महत्वपूर्ण दिन के लिए तैयार है. 18 नवंबर को सुबह 11:30 बजे इसे प्रक्षेपण के लिए भेजा जाएगा अगर मौसम अच्छा रहेगा.”
विक्रम-एस 3 पे-लोड के साथ पृथ्वी की सब-ऑर्बिटल कक्षा में छोटे सैटेलाइट्स को स्थापित करेगा। रॉकेट का नाम विक्रम-एस (Vikram-S) मशहूर भारतीय वैज्ञानिक और इसरो के संस्थापक डॉ. विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है। इस लॉन्च को मिशन प्रारंभ (Mission Prarambh) नाम दिया गया है। स्काईरूट कंपनी के मिशन प्रारंभ के मिशन पैच का अनावरण ISRO चीफ डॉ. एस. सोमनाथ ने किया है।
देश का पहला प्राइवेट रॉकेट इसलिए भी खास माना जा रहा है क्योंकि इसे बनाने वाली कंपनी ने क्रायोजेनिक इंजन का टेस्ट पास कर चुकी है. विमान की लॉन्चिंग को कम खर्चीली बनाने के लिए इसके ईंधन में भी कुछ बदलाव किए गए हैं. आम ईंधन से अलग विमान में लिक्विड नेचुरल गैस और लिक्विड ऑक्सीजन का इस्तेमाल किया जाएगा.