G-20 शिखर सम्मेलन : राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन G-20 नहीं होंगे शामिल
नई दिल्ली – रूस और अमेरिका के बीच संबंध बेहद खराब हो गए हैं. अभी हालात इस कदर हो गए हैं कि दोनों देशों के शीर्ष नेता भी एक-दूसरे का सामना करने से कतराने लगे हैं। यही वजह है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात से बचने के लिए अगले हफ्ते इंडोनेशिया में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो रहे हैं। इससे पहले बाइडेन भी पुतिन से मिलने से मना कर चुके हैं।
जी-20 का शिखर सम्मेलन पर्यटन स्थल बाली में 15 और 16 नवंबर को होगा। वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इंडोनेशिया सरकार ने 18 हजार सुरक्षाकर्मियों को वहां तैनात किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग यहां आने की पुष्टि कर चुके हैं।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे,उन्होंने कहा, “इंडोनेशियाई सरकार रूस के फैसले का सम्मान करती है. राष्ट्रपति पुतिन ने पहले राष्ट्रपति जोको विडोडो को फोन पर इस फैसले के बाबत जानकारी दी थी। ”
इससे पहले बाइडेन ने शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठक करने से इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वह रूसी नेता से केवल रूस में बंद अमेरिकियों की रिहाई पर ही चर्चा कर सकते हैं। बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि पुतिन के ऑनलाइन माध्यम से शिखर सम्मेलन में शामिल होने पर वे विश्व नेताओं से उन्हें अलग-थलग करने का आह्वान करेंगे। उन्होंने बहिष्कार या अन्य तरीके से उनकी निंदा करने पर भी चर्चा की है।
G-20 देशों के समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।