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रूसी सेना ने फिर कब्जाया खारकीव,दुनिया के सबसे खतरनाक हथियार की खासियत


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नई दिल्ली – यूक्रेन की सेना ने रूस को खारकीव जैसे बड़े शहर से खदेड़ दिया था और इसे रूसी सेना की हार के तौर पर प्रचारित किया गया था। अब रूस की सेना एक बार फिर से आक्रामक हमले कर रही है और खारकीव पर कब्जे का दावा किया है। मंगलवार को रूस की सेना ने दावा किया कि उसने खारकीव पर कब्जा जमा लिया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘रूसी सेना की यूनिट्स ने आक्रामक अभियान के तहत खारकीव के गोरोबिवका पर कब्जा कर लिया है।’

जंग में यूक्रेनी सेना अमेरिकी ड्रोन का इस्‍तेमाल कर रही है। अमेरिका का 700 स्विचब्‍लेड कामिकाजे सैन्‍य ड्रोन है। इसकी खासियत यह है कि यह विस्‍फोटक से लैस है। यह ड्रोन जब तक अपना लक्ष्‍य नहीं खोज लेते तब तक हवा में चक्‍कर काटता रहता है। एलन मस्क की स्पेसएक्स कंपनी यूक्रेन को स्टारलिंक सेटेलाइट कम्यूनिकेशन सिस्टम मुहैया करा रही है।

रूस ने राजधानी कीव पर हमले के लिए जिस ड्रोन का इस्तेमाल किया है, उसका निर्माण ईरान में हुआ है। इस ड्रोन का नाम शाहीद-136 है। मौजूदा समय में यह दुनिया के सबसे खतरनाक हथियारों में गिना जाता है। रूसी सेना ने यूक्रेन के खिलाफ ईरानी ड्रोन का कई बार उपयोग किया है। इसे सुसाइड ड्रोन के नाम से भी जाना जाता है। इस ड्रोन का वजन 200 किलोग्राम है। इसकी रेंज 2500 किलोमीटर है। इस ईरानी ड्रोन का निशाना अचूक है। खास बात यह हैकि रूस इसका इस्तेमाल यूक्रेनी रडार सिस्टम को खत्म करने में कर रहा है।

यह ईरानी ड्रोन काफी विनाशकारी हैं। रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमलों के लिए शाहीद-156 ड्रोन का प्रयोग किया है। यह ड्रोन ईरान का सबसे खतरनाक हथ‍ियार माना जाता है। इस ईरानी ड्रोन को सुसाइड ड्रोन भी कहा जाता है। इसकी मारक क्षमता से दुश्‍मन सेना की रूह कांप जाती है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह ड्रोन निर्देश मिलते ही अपने लक्ष्‍य के करीब पहुच जाता है। यह अपनी पूरी क्षमता से अपने लक्ष्‍य को निशाना बनाता है।

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