नई दिल्ली – अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे ‘इंसाफ’ बताया है। खास बात है कि इसी तरह अमेरिका ने 9/11 के जिम्मेदार आतंकी ओसामा बिन लादेन को भी ढेर कर दिया था। हालांकि, इस बार आतंकी के सफाया तो चर्चा में आया ही, लेकिन वह हथियार भी चर्चा में रहा, जिसकी मदद से अमेरिका ने ऑपरेशन को अंजाम दिया।
An American drone strike killed al-Zawahiri, a key plotter of the 9/11 terrorist attacks who took over as the leader of al-Qaeda after Osama bin Laden's death, at a safe house in Afghanistan, President Joe Biden announced on Monday.
https://t.co/MCQy19qoc4— Economic Times (@EconomicTimes) August 2, 2022
R9X पहली बार मार्च 2017 में चर्चा में आई थी, जब अल कायदा के एक और नेता अबु अल-खैर अल-मासरी का ड्रोन हमले में खात्मा कर दिया था। हमले के वक्त वह सीरिया में कार में सफर कर रहा था। अब वाहन की तस्वीरों से पता चलता है कि छत पर छेद हुआ था और आंतरिक तौर पर भी कार को नुकसान हुआ था, लेकिन कार का आगे औऱ पीछे का हिस्सा पूरी तरह बरकरार था।
जब इस हथियार की जानकारी सामने आई, तो इसे ‘फ्लाइंग जिन्सु’ कहा गया। दरअसल, इसकी तुलना 1980 के समय टीवी विज्ञापन में नजर आने वाले किचन के चाकू से की गई थी, जो एल्युमिनियम कैन को काट सकता था। इसे निंजा बॉम्ब भी कहा जाता है।
उसपर दो स्ट्राइक की गई थी, लेकिन तस्वीरों में धमाके के निशान नजर नहीं आए। वहीं अमेरिकी अधिकारियों ने भी कहा है कि हमले में किसी अन्य को नुकसान नहीं हुआ है। एक अधिकारी ने पत्रकारों को जानकारी दी हैकि 31 जुलाई की सुबह जवाहिरी काबुल आवास पर बालकनी में था और अमेरिकी ड्रोन ने दो हैलफायर मिसाइल लॉन्च की थी।