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राजनीति

धर्मशाला नगर निगम में मेयर पद चुनाव के लिए खींचतान शुरू


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नई दिल्लीः नगर निगम धर्मशाला के महापौर व उप महापौर चुनाव में भाजपा को कुनबा संभाले रखने की चुनौती है। नगर निगम चुनाव में भाजपा बहुमत में रहने से अपना महापौर व उप महापौर बनाने में सफल रही थी।हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला नगर निगम में नए मेयर और उपमेयर के चुनाव के लिए हलचल तेज हो गई है. धर्मशाला नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का ढाई साल का कार्यकाल 12 अक्टूबर को समाप्त हो रहा है. इसके बाद 13 अक्टूबर को नया मेयर और उपमेयर चुना जाएगा. धर्मशाला नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर का ढाई-ढाई साल का कार्यकाल होता है. कांग्रेस (Congress) की सरकार प्रस्ताव लाई थी, उसके मुताबिक नगर निगम में ढाई-ढाई साल का मौका सभी वर्गों को मिल रहा है.

महापौर पद के लिए महिला पार्षदों में खीचंतान शुरू

अब नियम के तहत ढाई साल बाद महापौर व उप महापौर का चुनाव हो रहा है तो भाजपा को अपना कुनबा संभाले रखने की चुनौती खड़ी हो गई है। महापौर व उप महापौर के चुनाव में क्रास वोटिंग की आशंका है। इसका कारण यह है कि इस बार महापौर की सीट महिला व उप महापौर की पुरुष के लिए ओपन है। 17 वार्डों की नगर निगम में इस बार चौथी महिला महापौर होंगी।धर्मशाला नगर निगम में कुल 17 वार्ड हैं. मेयर का पद महिला आरक्षित रखा गया है, जबकि डिप्टी मेयर का पद पुरुष के लिए है. वर्तमान में बीजेपी बहुमत में है और ओंकार नैहरिया मेयर हैं. वहीं सर्वचंद डिप्टी मेयर हैं. बीजेपी के 10 और कांग्रेस के सात पार्षद हैं. इनमें सात बीजेपी की महिला पार्षद और पांच कांग्रेस की महिला पार्षद हैं. तीन बीजेपी के पुरुष पार्षद और दो कांग्रेस के पुरुष पार्षद हैं.

भाजपा समर्थित 10 व कांग्रेस समर्थित सात पार्षद हैं। इनमें सात भाजपा समर्थित महिला पार्षद व पांच कांग्रेस समर्थित महिला पार्षद हैं। तीन भाजपा समर्थित पुरुष पार्षद व दो कांग्रेस समर्थित पुरुष पार्षद हैं। महापौर पद के लिए महिला पार्षदों में खीचंतान शुरू हो गई है।कांग्रेस समर्थित पार्षद टूटने वाले भाजपा समर्थित पार्षदों के साथ बैठक कर अपनी राह आसान बनाने का प्रयास कर रहे हैं और भाजपा समर्थित पार्षद तालमेल बैठाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। अभी तक दोनों पार्टियों की ओर से यह तय नहीं किया गया है कि महापौर व उप महापौर चुनाव के लिए किसे आगे करेंगे।

कांग्रेस-बीजेपी के पास ये हैं चेहरा

कांग्रेस के पास पूर्व मेयर रजनी व्यास, सविता कार्की और नीनू शर्मा हैं. वहीं बीजेपी के पास तेजेंद्र कौर, संतोष शर्मा, रेखा देवी, मोनिका पठानिया और राजकुमारी में से एक चेहरा हैं. इसके अलावा डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी के पास ओंकार नैहरिया, अनुज कुमार और सर्वचंद गलोटिया चेहरा हैं. वहीं कांग्रेस की तरफ से अनुराग कुमार और देवेंद्र जग्गी हैं.

महापौर पद के लिए महिला पार्षदों ने शुरू किया गठजोड़

महापौर का पद महिला ओपन है। ऐसे में कांग्रेस के पास पूर्व महापौर रजनी व्यास, सविता कारकी व नीनू शर्मा तथा भाजपा के पास तेजेंद्र कौर, संतोष शर्मा, रेखा देवी, मोनिका पठानिया व राजकुमारी में से एक चेहरा होगा। तेजेंद्र कौर का अनुभव अधिक है। पार्टी संतोष शर्मा को आगे करती है तो तेजेंद्र कौर का गुस्सा झेलना पड़ सकता है। ऐसे में भाजपा को कुनबा संभालने रखने की चुनौती होगी।

उपमहापौर पद के लिए भाजपा के पास तीन पार्षद हैं। इनमें वार्ड तीन मैक्लोडगंज से ओंकार नैहरिया, वार्ड आठ खेल परिसर से अनुज कुमार, वार्ड 16 से आजाद प्रत्याशी व भाजपा समर्थित सर्वचंद गलोटिया शामिल हैं। भाजपा ने सर्वचंद गलोटिया पर दाव खेला तो सर्व चंद गलोटिया दूसरी राह देख सकते हैं। कांग्रेस की ओर से वार्ड 10 श्यामनगर से पार्षद अनुराग कुमार व वार्ड 11 से देवेंद्र जग्गी उप महापौर पद के लिए मैदान में कूद सकते हैं।

कौन कब तक रहा महापौर

रजनी कुमारी नौ अप्रैल 2016 से आठ अगस्त 2018, देवेंद्र जग्गी आठ अक्टूबर 2018 से 13 अप्रैल 2021 व ओंकार नैहरिया 13 अप्रैल 2021 से अब तक महापौर हैं। नगर निगम को दूसरी बार चौथा महापौर महिला के रूप में मिलेगा।

निर्दलीय पार्षद सर्वचंद बीजेपी में हुए थे शामिल

मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में क्रॉस वोटिंग की आशंका है. वार्ड 16 से निर्दलीय जीत कर आए सर्व चंद बीजेपी में शामिल हुए और डिप्टी मेयर बने थे. ऐसे में इस बार सर्व चंद के नाम पर ही मुहर लगती है, तब तो ठीक है लेकिन बीजेपी ने अगर नाम बदला तो सर्वचंद पाला भी बदल सकते हैं. गौरतलब है कि धर्मशाला नगर निगम में ओंकार नेहरिया को निर्विरोध मेयर चुना गया था. वहीं सर्वचंद डिप्टी मेयर निर्वाचित हुए थे.

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