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टेक्नोलॉजी

अंतरिक्ष में नजर आया ‘भगवान का हाथ’,NASA ने शेयर की तस्‍वीर

नई दिल्ली – भगवान को क‍िसी ने देखा नहीं. लेकिन अमेर‍िकी अंतर‍िक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने ब्रम्‍हांड की एक ऐसी तस्‍वीर शेयर की है, जिसे देखकर लोग चक‍ित हैं. दरअसल, नासा ने इसे Hand of God यानी ‘भगवान का हाथ’ बताया है. यह तस्‍वीर इन दिनों खूब चर्चा में है. लोग पूछ रहे हैं क‍ि क्‍या सच में अंतर‍िक्ष में भगवान के दर्शन हो रहे हैं? इसके बाद नासा ने इसका रहस्‍य बताया. जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. यह तस्‍वीर 6 मई, 2024 को कैप्‍चर की गई.

नासा ने दी स्पष्ट जानकारी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नासा ने बताया कि ये तस्वीर छह मई की है. पर ये भगवान का हाथ नहीं है बल्कि बादल और धूल के कणों से बनी एक आकृति है.अंतरिक्ष एजेंसी ने स्पष्ट किया है कि तारों के टूटने से नेबुला बना और ये तस्वीर भी उसी की है. पृथ्वी के करीब 1300 प्रकाश वर्ष की दूरी की ये तस्वीर गैस और धूल के अंबार से बनी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस तस्वीर की आकृति धूमकेतु से भी मिलती-जुलती है। इस तस्वीर में एक पूंछ नुमा आकृति भी देखा जा सकती है, वायरल तस्वीर में ऐसा लग रहा है जैसे कि ये स्पाइरल गैलेक्सी को पकड़ने के लिए आगे बढ़ती जा रही है।एक अन्य रिपोर्ट में वैज्ञानिकों का कहना है कि ये सितारों के जन्म की घटना जैसी है। इस तरह के दृश्य ब्रह्मांड में विशाल तारों से आने वाली गर्म हवा की वजह से भी बनता है. पहली बार साल 1976 में इस तरह का ग्लोब्यूल देखा गया था.

यह गम नेबुला

नासा के मुताबिक, यह गम नेबुला है, जिसे सीजी 4 के नाम से जाना जाता है. जो 1,300 प्रकाश वर्ष दूर है. सीजी 4 गैस और धूल से बना एक बादल है, जहां तारों का जन्‍म होता है. लेकिन अजीब आकार की वजह से इसे दो नाम दिए गए हैं. धूमकेतु से मिलती-जुलती पूंछ की वजह से इसे कॉमेट्री ग्‍लोब्‍यूल के नाम से जाना जाता है. तो वहीं, ब्रम्‍हांड में फैली विशाल भुजाओं की वजह से इसे Hand of God यानी ‘भगवान का हाथ’ भी कहा जाता है.

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