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राजनीति

निर्मला सीतारमण के पास नहीं है चुनाव लड़ने के पैसे?,2 राज्‍यों से मिला था ऑफर-जानें


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नई दिल्लीः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उन्हें आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु से चुनाव लड़ाना चाहती थी. निर्मला राज्यसभा सांसद हैं और बीजेपी ने इस बार के चुनाव में कई राज्यसभा सांसदों को टिकट दिया है, जिसमें पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, राजीव चंद्रशेखर, ज्योतिराधित्य सिंधिया शामिल हैं.

निर्मला सीतारमण ने चौंकाने वाला दिया बयान

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है. 2024 के लोकसभा चुनाव में न उतरने के सवाल पर निर्मला सीतारमण ने कहा है कि उनके पास चुनाव लड़ने के पैसे ही नहीं हैं. उन्होंने यह भी कह दिया कि देश का सरकारी खजाना उनका अपना नहीं है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उन्हें इस साल चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था. हालांकि, निर्मला सीतारमण ने यह कहकर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया कि उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह चुनाव लड़ सकें.

निर्मला चुनाव क्यों नहीं लड़ रही हैं

निर्मला चुनाव क्यों नहीं लड़ रही हैं, इसकी वजह भी उन्होंने बताई है. उन्होंने कहा, एक सप्ताह या दस दिन तक सोचने के बाद मैं बस यह कहना चाहती हूं… शायद नहीं. मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए उतने पैसे नहीं हैं. मुझे भी दिक्कत है चाहे वो आंध्र प्रदेश हो या तमिलनाडु. वित्त मंत्री ने कहा, जीतने लायक अलग-अलग मानदंडों का सवाल होगा. क्या आप इस समुदाय से हैं या आप उस धर्म से हैं. क्या आप इससे हैं. मैंने कहा नहीं, मुझे नहीं लगता कि मैं ऐसा करने में सक्षम हूं.

निर्मला सीतारमण ने कही ये बात

हाल ही में एक निजी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में निर्मला सीतारमण से चुनाव लड़ने को लेकर सवाल पूछा गया था. सीतारमण के मुताबिक, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उन्हें आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु की किसी सीट से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था. इस पर उन्होंने कहा, “हफ्ते या 10 दिन तक सोचने के बाद मैं वापस गई और कहा कि मैं शायद नहीं लड़ पाऊंगा. मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं. इसके अलावा, आंध्र प्रदेश या तमिलनाडु का विकल्प होने पर यह भी हो सकता है कि लोग यह देखें कि आप स्थानीय हैं या नहीं या फिर आप उनके समुदाय से हैं या नहीं. इसलिए मैंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया.”निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि मैं बहुत आभारी हूं कि मेरी बात मान ली गई. उनसे जब सवाल किया गया कि देश की वित्त मंत्री के पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे क्यों नहीं हैं. इसपर उन्होंने कहा कि भारत की संचित निधि उनकी निजी निधि नहीं है. मेरा वतन, मेरी कमाई और मेरी बचत मेरी है. भारत की संचित निधि नहीं है.बता दें कि इस बीजेपी ने राज्यसभा सांसद बनकर मंत्री बने अपने नेताओं जैसे कि पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, राजीव चंद्रशेखर, मनसुख मंडाविया और ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव में उतार दिया है.

कितनी है सीतारमण की संपत्ति?

निर्मला सीतारमण ने चुनाव ना लड़ने की वजह तो बता दी. अब जानना जरूरी हो जाता है देश की वित्त मंत्री की संपत्ति कितनी है. उनकी अचल संपत्ति का मूल्य 1,87,60,200 रुपये है. सीतारमण के नाम पर 30 लाख का लोन भी है. राज्यसभा के लिए अपने चुनावी हलफनामे में उन्होंने 17,200 रुपये कैश होने की बात कही थी. इसके अलावा बैंक एफडी के तौर पर 45,04,479 रुपये की जानकारी दी थी.माईनेता वेबसाइट के मुताबिक, निर्मला सीतारमण की कुल संपत्ति 2 करोड़ 50 लाख 99 हजार औ 396 रुपये है. इसमें चल और अचल संपत्ति दोनों है. निर्मला सीतारमण के पास 315 ग्राम सोना है. उनके पास 2 किलो चांदी भी है. निर्मला पर 30 लाख रुपये की देनदारी भी है.निर्मला सीतारमण के पास कोई कार नहीं है. हालांकि उनके नाम पर एक बजाज चेतक स्कूटर है. इसकी कीमत 28,200 रुपये है. निर्मला सीतारमण के पास हैदराबाद के नजदीक करीब 16 लाख रुपये की एक गैर कृषि भूमि है.

कब हुआ जन्‍म, कहां से की पढ़ाई?

निर्मला सीतारमण का जन्‍म 18 अगस्त 1959 को मदुरै में हुआ था। उनके पिता नारायणन सीतारमण रेलवे में नौकरी करते थे। मां सावित्री गृहिणी थीं। निर्मला सीतारमण की शुरुआती शिक्षा मदुरै में पूरी हुई। फिर उन्होंने तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से इकोनॉमिक्‍स में ग्रेजुएशन किया। दिल्ली की जवाहर नेहरू यूनिवर्सिटी से सीतारमरण ने अर्थशास्त्र में एमए और M.Phil किया। सीतारमण के पति परकल प्रभाकर भी जेएनयू से हैं। उन्‍होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की है।

सीतारमण के नाम कई उपलब्धियां

सीतारमण बीजेपी की दिग्गज नेताओं में शुमार हैं। निर्मला सीतारमण भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं। इससे पहले इंदिरा गांधी ने 1970-71 के बीच प्रधानमंत्री रहते हुए वित्त मंत्रालय अपने पास रखा था। सीतारमण भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) और कॉरपोरेट मामलों की राज्य मंत्री भी रह चुकी हैं। वह 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रही हैं। इसके अलावा सीतारमण बीजेपी प्रवक्‍ता की ज‍िम्‍मेदारी भी उठा चुकी हैं।

चुनाव में एक उम्मीदवार कितना खर्च कर सकता है?

चुनाव आयोग के मुताबिक, लोकसभा और विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के खर्च का दायरा अलग-अलग है. लोकसभा चुनाव में एक उम्मीदवार 95 लाख रुपये.वहीं, राज्य विधानसभा चुनावों के लिए खर्च की सीमा 28 लाख रुपये से बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दी गई थी.

चुनाव प्रचार में लेंगी हिस्‍सा

निर्मला सीतारमण ने कहा कि वो लोकसभा चुनाव में विभिन्न उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगी. “मैं कई मीडिया कार्यक्रमों में भी भाग लूंगी और कल मैं राजीव चंद्रशेखर के प्रचार के लिए जाऊंगी और हां, मैं प्रचार अभियान में रहूंगी.” लोकसभा चुनावों का आयोजन 19 अप्रैल से 7 चरणों में होगा. 4 जून को चुनावों के नतीजे आएंगे.

निर्मला सीतारमण कर्नाटक से राज्‍यसभा की सदस्‍य

निर्मला सीतारमण कर्नाटक से राज्‍यसभा की सदस्‍य हैं. उन्‍होंने टाइम्‍स नाऊ के समिट के दौरान अपनी बात रखते हुए कहा, “एक सप्ताह या 10 दिनों तक सोचने के बाद, मैं बस यह कहने के लिए वापस गई… शायद नहीं. मेरे पास चुनाव लड़ने के लिए उतने पैसे नहीं हैं. मुझे भी दिक्कत है, चाहे वो आंध्र प्रदेश हो या तमिलनाडु. यह उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले विभिन्न जीतने योग्य मानदंडों का भी प्रश्न होगा…क्या आप इस समुदाय से हैं या आप उस धर्म से हैं? क्या आप यहीं से हैं? मैंने कहा नहीं, मुझे नहीं लगता कि मैं यह कर पाऊंगी.”

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