मुंबई : आलिया भट्ट और रणबीर कपूर 14 अप्रैल को शादी के बंधन में बंध गए है। पिता महेश भट्ट ने पूरे मन से सभी रीति-रिवाजों का पालन किया। वहां मौजूद सूत्रों ने बताया कि फेरों के दौरान महेश भट्ट ने अपनी बेटी आलिया को एक वचन लेने से पहले सोचने के लिए कहा था, यही वजह है कि आलिया ने सात की जगह छह वचन लिए.
सूत्रों के अनुसार, फेरे लेते वक़्त पंडित ने आलिया से कहा कि वह रणबीर की पत्नी बन के वादा करे कि वह महत्वपूर्ण अवसरों पर अपने पति की अनुमति लेने के बाद ही फैसला लेगी। महेश भट्ट ने इस संबंध में अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें किसी और रिवाज से ऐतराज नहीं है, लेकिन आलिया कोई और वादा करें उसमे भी कोई आपत्ति नहीं है. हालांकि, वह इस वादे के बारे में वह कुछ कहना चाहते है।
उन्होंने आगे कहा, “मैंने अपना जीवन कभी किसी पर निर्भर रहकर नहीं जिया है और मैंने कभी भी बच्चों को किसी पर निर्भर रहना नहीं सिखाया है।” इसके बाद आलिया ने अपने पिता की बात मानी और शादी के छह वचन लिए।
महेश भट्ट ने शादी की तैयारियों में नहीं दिखाई दिलचस्पी
सूत्रों के अनुसार, लड़की के पिता के रूप में महेश भट्ट ने शादी की तैयारियों में कोई महत्वपूर्ण भूमिका नहीं निभाई। सारे फैसले रणबीर और आलिया ने लिए। रणबीर ने खुद शादी में 40 से ज्यादा मेहमानों को न बुलाने का फैसला किया था। शादी में 38 मेहमान शामिल हुए थे।