मुंबई – रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की शादी की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. ‘वास्तु’ जगमग रोशनी से जगमगा गया है. कहा जा रहा है कि रणबीर और आलिया दोनों वहीं 7 फेरे लेने वाले हैं, जहां ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी हुई थी। रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की शादी की रस्मों की शुरुआत आज यानी बुधवार को शुरू हुई। फिलहाल, शादी के फंक्शन रणबीर के वास्तु अपार्टमेंट में की जा रही है। उनकी मां नीतू सिंह , बहन रिद्धिमा सहानी, भांजी समाया सहानी, बुआ रीमा जैन, कजिन सिस्टर नताशा नंदा सहित अन्य गेस्ट वेन्यू पर पहुंच चुके हैं। वैसे, आपको बता कि नीतू सिंह की ख्वाहिश थी कि बेटे की शादी आरके हाउस में हो लेकिन फिलहाल इसके री-कंस्ट्र्क्शन काम चल रहा है और यहां शादी की कोई भी रस्म को अदा करना मुश्किल है।
बॉलीवुड के शौमेन राज कपूर ने 76 साल पहले अपनी पत्नी कृष्णा के लिए आरके हाउस की नींव रखी थी. 1946 में आरके स्टूडियो के ठीक पीछे आरके कॉटेज बनवाया था. 3 हजार स्क्वायर फीट पर बने इस कॉटेज में राज अपनी पत्नी कृष्णा और पांच बच्चों रणधीर, ऋतु, ऋषि, राजीव, रीमा के साथ रहते थे. धीरे-धीरे सभी भाई अलग-अलग हो गए. लेकिन ऋषि कपूर अपनी पत्नी के साथ इसी बंगले में रहते रहे.
रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की वेडिंग डेट को लेकर सस्पेंस बरकरार है. दोनों के 17 अप्रैल को मुंबई में सात फेरे लेने की खबरें आ रही हैं. कहा जा रहा है कि दोनों रणबीर के पुश्तैनी घर आरके हाउस में शादी करेंगे. इस हाउस का इतिहास 76 साल पुराना है. 1946 में राज कपूर ने इस घर को ख़रीदा था. वह इसमें पत्नी कृष्णा राज कपूर और बेटों रणधीर, ऋषि, राजीव और बेटी रीमा के साथ रहा करते थे.
रणधीर कपूर और एक्ट्रेस बबीता की शादी इसी कॉटेज में हुई. लेकिन 1980 में ऋषि कपूर और नीतू सिंह की शादी के दौरान आरके कॉटेज का नाम बदलकर कृष्णा राज बंग्लो कर दिया गया. इसे आज भी कई लोग आरके हाउस के नाम से पुकारते हैं. यहीं से करिश्मा कपूर और रिद्धिमा कपूर दोनों का ब्याह हुआ था. इस बंगले की कीमत उन्हें 30 करोड़ रुपये मिल रही थी लेकिन कृष्णा राज कपूर ने इसक विरोध किया और बंगला नहीं बिक सका. अब इस बंगले को तोड़कर दोबारा नए सिरे से बनाया जा रहा है. इस 15 मंजिला इमारत में 45 कारों की पार्किंग की जगह भी होगी.
ऋषि कपूर अपने इस बरसों पुराने बंगले को बेचना चाहते थे, जिसके लिए 30 करोड़ रुपये की रकम भी तय हो गई थी, लेकिन ऋषि कपूर की ये बात उनकी मां और बहनों को कतई पसंद नहीं आईं और वह इसे बेचने के लिए राजी नहीं हुईं. वो चाहते थे कि बंगले को बहुमंजिला इमारत का रूप दिया जाए. आखिरकार साल 2016 में ऋषि कपूर और नीतू कपूर ने बीएमसी से बंगले को गिराने की इज्जात मांगी और तब से इसका काम चल रहा है.