भीषण गर्मी में दुनिया के 4 सबसे ठंडे शहर, एक बार जाकर घूम कर आए
मुंबई – गर्मी के भारी प्रकोप से हर कोई बचना चाहता है और भारत में इस वक्त भीषण गर्मी की शुरुआत हो चुकी है. लेकिन दुनिया में कुछ शहर ऐसे भी हैं जहां की कड़क ठंड के बीच आपको ऐसी गर्मी भी बेहतर लगने लगेगी. दुनिया के कुछ ऐसे शहर जहां का तापमान इतना गिर जाता है कि आप सुन्न पड़ सकते हैं.
वोस्तोक, अंटार्कटिका –
वोस्तोक दक्षिणी ध्रुव से लगभग 1000 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और दुनिया के सबसे अलग-थलग, इस अनुसंधान केंद्र के अंदर वैज्ञानिक काम करते हैं. वोस्तोक दुनिया का सबसे सूखा और सबसे दुर्गम क्षेत्र है, यहां का तापमान शून्य से 129 डिग्री सेल्सियस नीचे तक चला जाता है!
सर्दियों के दौरान मई से अगस्त तक स्टेशन पर धूप के दर्शन तक नहीं होते’. लेकिन जब गर्मी का मौसम आता है तो यहां दुनिया में सबसे अधिक देर तक यानी 22.9 घंटे तक सूरज की रोशनी पड़ती है. यह ऐसी जगह है जहां जीवन जीना और रहना वाकई नामुमकिन है.
हारबिन, हेइलोंगजियांग, चीन –
हारबिन हेइलोंगजियांग प्रोविंस की राजधानी है. यहां 10 मिलियन से ज्यादा लोगों का घर है. इसे आइस सिटी के नाम से भी जाना जाता है. इस शहर का अधिकतम तापमान -24 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -42 डिग्री सेल्सियस रहता है. इस शहर में स्नो एंड आइस फेस्टिवल भी मनाया जाता है.
ओइमयाकॉन, रूस –
रूस के साइबेरियाई इलाके का यह गांव आर्कटिक सर्कल से सिर्फ कुछ सौ किलोमीटर दूर है. 500 की आबादी वाला यह गांव ओइमयाकॉन, धरती पर सबसे ठंडे जगहों में से एक है. जनवरी में यहां का औसत तापमान -50 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है. 1933 में इस क्षेत्र का अब तक का सबसे ठंडा तापमान -67.7 डिग्री सेल्सियस था. ठंड इतनी भीषण होती है कि इंजनों को बंद होने से बचाने के लिए यहां के निवासी अपनी गाड़ियों को हीटेड गैरेज में पार्क करते हैं.
चेहरे पर फ्रेम जम जाने के कारण यहां के लोग चश्में तक नहीं पहनते. यहां खेती करना नामुमकिन है, इसलिए यहां के लोग रेनडियर या मछली खाते हैं, और यहां तक कि खुद को गर्म रखने के लिए मैकरॉनी के साथ घोड़े के खून से बने बर्फ के क्यूब्स का सेवन करते हैं.
स्नेग, कनाडा –
स्नेग कनाडा के यूकोन में अलास्का राजमार्ग के पास एक छोटा सा गांव मौजूद है. यहां का तापमान जनवरी के महीने में सबसे कम हो जाता है, यहां पर 1947 में उत्तरी अमेरिका का अब तक का सबसे कम तापमान ‘-63 डिग्री सेल्सियस’ दर्ज किया गया था. यहां सर्दियों में इतनी ठंड बढ़ जाती है कि आमतौर पर लोग ठंड से बचने के लिए घर के अंदर ही रहते हैं.