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रूस को मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने के लिए यूएनजीए में आज मतदान


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नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग को 42 दिन बीत चुके हैं। अब तक यूक्रेन के कई शहरों को रूस पूरी तरह से तबाह कर चुका है। वहीं, अमेरिका, जी7 और यूरोपीय संघ ने रूस के खिलाफ नए वित्तीय प्रतिबंधों का एलान किया है। अमेरिका ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेटियों को भी प्रतिबंधों के दायरे में रखा है। इसी बीच यूक्रेन पर हमले के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने के संबंध में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित कदम पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में आज मतदान होगा।

यूक्रेन पर हमले के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने के संबंध में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित कदम पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में बृहस्पतिवार को मतदान होगा। यूएनजीए अध्यक्ष के कार्यालय ने कहा कि 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र निकाय का आपातकालीन विशेष सत्र बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे फिर से शुरू होगा और इस दौरान रूस को निलंबित करने के लिए मसौदा प्रस्ताव पर कार्रवाई की उम्मीद है। मानवाधिकार परिषद में 47 सदस्य देश होते हैं, जो महासभा के अधिकांश सदस्यों द्वारा गुप्त मतदान द्वारा सीधे और व्यक्तिगत रूप से चुने जाते हैं। महासभा, उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों के दो-तिहाई बहुमत से ‘मानवाधिकारों के घोर और व्यवस्थित उल्लंघन करने वाले परिषद के सदस्य की परिषद में सदस्यता निलंबित कर सकती है।’

जो बाइडन प्रशासन ने आरोप लगाया है कि रूस के एक प्रमुख मीडिया कारोबारी ने अमेरिकी सरकार की पाबंदियों का उल्लंघन किया। साथ ही, प्रशासन ने रूसी सैन्य खुफिया एजेंसी द्वारा नियंत्रित एक साइबर अपराध अभियान को नाकाम करने का भी दावा किया है। न्याय विभाग ने कहा है कि रूसी नागरिकों की अवैध संपत्तियों का पता लगाने के अभियान में तेजी आई है। वहीं, अमेरिकी अभियोजक यूक्रेन में युद्ध अपराध को लेकर रूस के खिलाफ सबूत जुटाने में यूरोप के अपने समकक्षों की मदद कर रहे हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद रूस के कुलीन वर्ग के किसी शख्स को पहली बार दोषारोपित किया है। मीडिया कारोबारी और ‘टीसरगर्द टीवी’ चैनल के संस्थापक कॉन्स्टेंटिन मालोफेयेव के खिलाफ कोषागार विभाग के प्रतिबंधों से बचने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है। मालोफेयेव पर क्रीमिया में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए रूस को वित्तपोषण करने का आरोप है।

अमेरिका ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बेटियों और रूस के शीर्ष बैंकों के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं। आज घोषित किए गए प्रतिबंधों के नए पैकेज का उद्देश्य रूसी बैंकों, कुलीनों को निशाना बनाना है। इसके अलावा किसी भी अमेरिकी नागरिक पर रूस में निवेश करने पर रोक भी लगाई गई है। इसे लेकर राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक ट्वीट में कहा कि नए प्रतिबंध बूचा में हुए अत्याचारों से जुड़े हैं।

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