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यूक्रेन पर हमले का एक महीना, ब्रशेल्स में नेताओं का जमघट


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यूक्रेन : युद्ध के बीच आज सबकी निगाहें ब्रशेल्स पर टिकी थीं, जहां एक साथ जी 7, यूरोपीय संघ और नाटो की बैठक चल रही है. यूक्रेन पर हमले का एक महीना पूरा होने पर यह आपातकालीन बैठक बुलाई गई है. इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति भी हैं.गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और दुनिया के दूसरे नेताओं ने एक साथ तीन संगठनों के सम्मेलन की शुरुआत की. ब्रशेल्स के सम्मेलन में जी 7, यूरोपीय संघ और नाटो के सदस्य हिस्सा ले रहे हैं. सम्मेलन का मकसद रूस पर यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए दबाव बनाना है. जो बाइडेन इन तीनों सम्मेलनों में हिस्सा ले रहे हैं. नए प्रतिबंधों का एलान सात बड़े औद्योगिक देशों के संगठन जी 7 की भी ब्रशेल्स में बैठक हुई है. बैठक के बाद जी 7 के नेताओं ने एलान किया कि रूसी सेंट्रल बैंक की सोने में लेनदेन करने की कोशिश रोकी जाएगी. साथ ही, अमेरिका ने रूस के 400 से ज्यादा लोगों पर नए प्रतिबंधों का एलान किया है. इनमें रूसी ओलीगार्क से लेकर रूसी संसद के सदस्य शामिल हैं. इससे पहले रूसी ओलिगार्कों, सेंट्रल बैंक और राष्ट्रपति पुतिन पर जो प्रतिबंध लगाए गए थे, उसमें सोने के भंडार को शामिल नहीं किया गया था. पुतिन कई वर्षों से बड़ी मात्रा में सोना जमा कर रहे हैं और रूस के पास तकरीबन 130 अरब डॉलर कीमत का सोने का भंडार मौजूद है. बैंक ऑफ रशिया ने 28 फरवरी को घोषणा की थी कि वह बहुमूल्य धातु के घरेलू बाजार से सोने की खरीदारी शुरू करेगी. बाइडेन प्रशासन ने जिन नए प्रतिबंधों का एलान किया है, उसके दायरे में 48 सरकारी रक्षा कंपनियां हैं.

इनके अलावा रूसी संसद के निचले सदन ड्यूमा के 328 सदस्य और दर्जनों रूसी कुलीन लोग हैं. यहां तक कि संसद को भी प्रतिबंध के दायरे में लाया गया है. अमेरिका ने 1 लाख यूक्रेनी शरणार्थियों को अपने देश में जगह देने की घोषणा भी की है. इनमें सबसे पहले उन लोगों को अमेरिका आने की अनुमति मिलेगी, जिनके रिश्तेदार पहले से अमेरिका में हैं. जेलेंस्की ने मांगे हथियार ब्रशेल्स में नाटो के सम्मेलन को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी वीडियो लिंक के जरिए संबोधित किया. जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से बिना किसी सीमा के सैन्य सहायता की मांग की है. उनका कहना है कि रूस अपनी पूरी सेना का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ कर रहा है. जेलेंस्की का कहना है कि नाटो यूक्रेन को अपने जहाजों और टैंक का एक फीसदी मुहैया करा दे, क्योंकि यूक्रेन इन्हें खरीदने की हालत में नहीं है. इसके अलावा जेलेंस्की ने एयर डिफेंस सिस्टम, एंटी शिप वेपन और मल्टिपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम की मांग की है. ब्रशेल्स में नाटो के सम्मेलन में शामिल एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि संगठन के सदस्य यूक्रेन को एंटी शिप मिसाइल भेजने पर विचार कर रहे हैं, ताकि यह काले सागर के बंदरगाहों से रूसी जहाजों के हमलों का सामना कर सके. फॉस्फोरस बमों का इस्तेमाल फिलहाल नाटो के सदस्य यूक्रेन को केवल रक्षात्मक उपकरणों की आपूर्ति कर रहे हैं. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूस पर आरोप लगाया है कि वह फॉस्फोरस बम का इस्तेमाल कर रहा है. पूर्वी लुगांस्क इलाके के गवर्नर ने भी कहा है कि इन बमों का इस्तेमाल बीती रात हुए हमलों में एक गांव पर किया गया. इस हमले में कम से कम चार लोगों की मौत हुई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं.

ब्रिटेन के आईटीवी नेटवर्क ने ऐसे वीडियो प्रसारित किए हैं, जिनमें फॉस्फोरस बमों को राजधानी कीव के पास इर्पिल में गिराते देखा जा सकता है. पूर्वी यूक्रेन के शहर खारकीव में रूसी हमलों की चपेट में आकर बीती रात कम से कम छह आम लोगों की मौत हो गई और दर्जन भर अन्य लोग घायल हो गए. ब्रिटेन की सैन्य खुफिया एजेंसी का कहना है कि यूक्रेन कई जगहों से रूसी फौज को पीछे धकेलने में सफल हुआ है. उत्तर पश्चिम की ओर से कीव में घुसने की कोशिश करती रूसी सेना को कदम पीछे खींचने पड़े हैं. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन यह बात पहले ही कह चुका है. ब्रिटिश खुफिया एजेंसी का कहना है कि यूक्रेनी सैनिकों ने माकारीव और मोशुन को “संभवतः अपने नियंत्रण” में फिर से ले लिया है. यह भी पढ़ेंः रूस ने बताया कब किया जा सकता है परमाणु हमला रूसी जहाज पर हमला यूक्रेन की नौसेना ने रूस के एक बड़े जहाज ओर्स्क को ध्वस्त करने की खबर दी है. फेसबुक पर इस बारे में जारी बयान के साथ कुछ तस्वीरें और वीडियो भी जारी किए गए, जिनमें शिप पर लगी आग और धुएं के बादल देखे जा सकते हैं. यह शिप बेर्दयांस्क इलाके में मौजूद था, जिस पर 27 फरवरी से ही रूस का कब्जा है. रूसी सेना ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. रूसी सेना ने सोमवार को खबर दी थी कि उसका यह जहाज बेर्दयांस्क इलाके में मौजूद है. वीडियो फुटेज में दो शिप दिखाई दे रहे हैं, जिनमें से एक को क्षतिग्रस्त देखा जा सकता है, जबकि दूसरा शिप वहां से निकल रहा है. इस जहाज में 45 बख्तरबंद गाड़ियां और 400 लोगों को ले जाने की क्षमता थी. यूक्रेन के रक्षा मंत्री ने भी इस जहाज के ध्वस्त होने की पुष्टि की है.

नाटो के सदस्यों ने पूर्वी यूरोप में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाने का फैसला किया है, ताकि इलाके के देशों को सुरक्षित महसूस कराया जा सके. इसके लिए चेक रिपब्लिक, अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैड्स, पोलैंड और स्लोवेनिया के सैनिकों की तैनाती होगी. नाटो के सदस्य देशों ने महासचिव येंस स्टोल्टेनबर्ग का कार्यकाल एक अतिरिक्त साल के लिए बढ़ा दिया है. सदस्य चाहते हैं कि यूक्रेन युद्ध के कारण यूरोप में पैदा हुए रक्षा संकट के दौर में स्टोल्टेनबर्ग ही नाटो का कार्यभार संभालें. स्टोल्टेनबर्ग को इसी साल सितंबर में रिटायर होना था, लेकिन अब वह सितंबर 2023 तक पद पर बने रहेंगे. नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री स्टोल्टेनबर्ग का कार्यकाल नाटो में दूसरी बार बढ़ाया गया है. वह 2014 से ही यह कार्यभार संभाल रहे हैं. रूसी शेयर बाजार में सीमित कारोबार कई दिनों तक बंद रहने के बाद गुरुवार से रूसी शेयर बाजार में सीमित कारोबार शुरू किया गया है. सिर्फ 30 कंपनियों के शेयरों की ट्रेडिंग की इजाजत मिली है. इसमें गाजप्रोम और रोजनेफ्ट जैसी बड़ी ऊर्जा कंपनियां भी शामिल हैं. 24 फरवरी को प्रतिबंधों की आशंका के कारण शेयरों की भारी बिक्री के बाद शेयर कारोबार बंद कर दिया गया था. अब भी विदेशी लोगों के शेयर बेचने पर रोक है. पहले एक मिनट के कारोबार में ही सूचकांक ने करीब 8 फीसदी की बढ़त हासिल कर ली थी.

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