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श्रीनगर में टारगेट किलिंग एक बड़ी चुनौती, आतंकि हमले मे एक कांस्टेबल शहीद


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श्रीनगर: टारगेट किलिंग को रोकना एक बड़ी चुनौती हो रहा है। सुरक्षाबलों ने शोपियां में ग्रेनेड हमले में शामिल तीन आतंकी को चीनी पिस्टल समेत कई हथियार के साथ गिरफ्तार किया। श्रीनगर में आतंकियों ने सुरक्षाबलों के काफिले पर हमला कर दिया। जिसमें एक पुलिस कांस्टेबल शहीद हो गया। आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने कवर ऑपरेशन शुरू किया था। हालांकि पुलिस की मौजूदगी की सूचना पर आतंकियों ने फायरिंग कर दी। जिसमें कॉन्स्टेबल आमिर हुसैन आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हो गए।

पुलिस को जानकारी मिली है कि हमले को अंजाम देने वाले आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। जिसके बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर फरार आतंकियों की तलाशी शुरू कर दी गई है। इस बीच, जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में ग्रेनेड हमले में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जब फाजिल राशिद से पूछताछ की गई तो दो अन्य संदिग्ध कैसर खान और एक अन्य को गिरफ्तार किया गया। ग्रेनेड हमला सीआरपीएफ कैंप पर किया गया था। संदिग्ध के पास से तीन चीनी पिस्तौल, छह मैगजीन, चार ग्रेनेड और 20 राउंड गोला बारूद सहित भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए।

वहीं सरकार ने कहा है कि पीओके में घुसपैठ के लिए कई आतंकियों के तैयार होने की खबर है। हालांकि, सरकार ने यह भी दावा किया कि आतंकवादी सीमा पर तो है, लेकिन घुसपैठ कम हो रही है। 2018 में घुसपैठियों की संख्या 143 थी, जो 2019 में बढ़कर 138 हो गई और 2020 में घटकर 50 हो गई। जबकि पिछले साल यह संख्या केवल 34 थी। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि टारगेट किलिंग अभी भी एक बड़ी चुनौती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि घाटी में अभी भी बड़ी संख्या में हथियार और आतंकवादी सक्रिय हैं।

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