यूनाइटेड किंगडम: कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से थम सी गई दुनिया अब एक बार फिर रफ्तार पकड़ रही है। शुक्रवार को यूके ने इस महामारी के चलते लगाए गए बचे हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों को भी हटाने का एलान कर दिया।
कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से थम सी गई दुनिया अब एक बार फिर रफ्तार पकड़ रही है। शुक्रवार को यूके ने इस महामारी के चलते लगाए गए बचे हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों को भी हटाने का एलान कर दिया।
यूनाइटेड किंगडम (यूके) सरकार ने शुक्रवार को सभी बचे हुए कोविड-19 अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को समाप्त करने का एलान किया। इनमें आने से पहले पैसेंजर लोकेटर फॉर्म्स भरना और ऐसे यात्रियों के लिए अनिवार्य जांच का नियम भी शामिल है जिनको कोरोना रोधी टीका नहीं लगा है।
सरकार ने कहा है कि हम कई आकस्मिक उपायों को रिजर्व में रखेंगे। इससे देश में कोरोना वायरस के किसी अन्य खतरनाक वैरिएंट को प्रवेश करने से रोकने में त्वरित और पर्याप्त कार्रवाई करना संभव हो सकेगा।
देश के एविएशन मंत्री रॉबर्ट कोर्ट्स ने कहा कि हमने को कुछ किया है, हर टीका, हर जांच और पूरे देश की ओर से दिए गए बलिदान का आखिरकार यह परिणाम निकल कर आया है कि कोविड-19 के चलते लगभग दो साल के बाद हम सभी बिना किसी प्रतिबंध के यात्रा कर सकते हैं।
अधिकारियों के अनुसार भविष्य की योजना कम से कम कड़े उपायों का उपयोग करने की रहेगी। अगर उचित होगा तो यात्रा पर प्रभाव को कम से कम करने के लिए, जहां तक संभव होगा आकस्मिक उपायों को केवल चरम परिस्थितियों में ही लागू किया जाएगा।
अभी तक यूके में केवल टीका लगवा चुके यात्रियों को आरटी-पीसीआर जांच से छूट दी जा रही थी। जिन्हें टीका नहीं लगा है उन्हें रवाना होने से पहले जांच करानी होती थी और यूके आने के दो दिन बाद फिर जांच करानी होती थी। कोरोना की रफ्तार कम होने के बाद यह फैसला लिया गया है।