Tech News: सरकार का बड़ा ऐलान, 6जी तकनीक पर काम शुरू, दूसरे देशों से आगे रहेगा भारत
नई दिल्ली : केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, ‘हमने 6-जी पर भी काम शुरू कर दिया है।’ उन्होंने दावा किया कि हमने 4-जी और 5-जी पर बहुत अच्छी प्रगति की है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमें 6जी तकनीक में दुनिया के दूसरे देशों से आगे रहना चाहिए। वरना इसे प्रतिभाओं का देश कहने का क्या मतलब। वह रविवार को ट्राई अधिनियम 1997 के 25वें वर्ष के अवसर पर टीडीसैट सेमिनार के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार प्रौद्योगिकी के विकास के लिए नियामक ढांचे में बदलाव की तैयारी कर रही है। हमें कानूनी ढांचे, नियामक कार्यान्वयन ढांचे और हमारे सरकारी संस्थानों की सोच, लोगों के प्रशिक्षण, सब कुछ बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उद्योगों के साथ बातचीत सहयोगी के तौर पर होनी चाहिए, विरोधी के तौर पर नहीं। प्रौद्योगिकी के विकास के लिए हमें इस पर काम करते रहने और इस क्षेत्र में अधिक से अधिक स्टार्टअप को जोड़ने की जरूरत है। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यही एकमात्र सेक्टर है जो भविष्य के उद्यमियों को जन्म देगा.
Addressed TDSAT seminar on ‘25 years of the TRAI Act, 1997’. pic.twitter.com/kZsKfTpN7Z
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) March 13, 2022
केंद्रीय संचार मंत्री ने कहा कि जब 2जी और 3जी की बात आई तो हम दुनिया के तमाम देशों से पीछे थे, लेकिन अब नहीं। हमें 5जी और 6जी तकनीक के मामले में आगे रहना है। एक प्रतिभाशाली राष्ट्र के रूप में हमें इस तरह से सोचना होगा कि हम दुनिया का नेतृत्व कर सकें और दिशा तय कर सकें।
उन्होंने कहा कि IIT-चेन्नई, IIT-कानपुर, IIT-बॉम्बे और IISc-बैंगलोर सहित 11 संस्थानों ने 14 महीनों में 3 30 मिलियन की लागत से 4G तकनीक विकसित की है। उन्होंने यह भी बताया कि 35 भारतीय दूरसंचार कंपनियां अपने उत्पादों को विदेशी बाजारों में निर्यात करने की तैयारी कर रही हैं। भारत के लोग आज भविष्य में 5G और 6-G प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के तहत सबसे महत्वपूर्ण समूहों का नेतृत्व कर रहे हैं।