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भारतराजनीति

UP Election Result : BJP को मिले करीब 4 करोड़ वोट तो कांग्रेस के खाते में आए केवल 21 लाख


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मुंबई – उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं. चार राज्यों की सत्ता में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने प्रचंड जीत के साथ वापसी की है. बात करें उत्तर प्रदेश की तो चुनाव में बीजेपी फिर से चुनाव जीत गई है. चुनाव में बीजेपी को 41.3 फीसदी वोट (3.80 करोड़ वोट) मिले हैं जबकि समाजवादी पार्टी 32.1 फीसदी वोट यानी 2.95 करोड़ वोट मिले हैं. कांग्रेस का प्रदर्शन और खराब हो गया है. उसे महज 21.51 लाख वोट ही
मिले और वह 2 सीटों पर ही सिमट गई.

इधर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार पवार ने कहा कि पंजाब के चुनाव नतीजे कांग्रेस के लिए ‘झटका’ हैं, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को दिल्ली में उसकी सरकार के प्रदर्शन का फायदा मिला है. पवार ने इस बात की भी पैरवी की कि विपक्षी पार्टियों को साथ लाकर भाजपा का विकल्प देने की ‘प्रक्रिया’ शुरू करनी चाहिए.

AIMIM को झटका –
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में असुदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन के अधिकतर उम्मीदवार पांच हजार मतों के आंकड़े को पार नहीं कर पाए हैं और राज्य के मतदाताओं ने उन्हें बुरी तरह नकार दिया है.

सीएम योगी ने तोड़े मिथक –
यूपी की राजनीति का एक मिथक नोएडा से भी जुड़ा हुआ है, जो प्रदेश के मुख्यमंत्री को ही प्रदेश के एक हिस्से में जाने से रोकता है. यह मिथक है कि उत्तर प्रदेश का जो नेता नोएडा का दौरा करता है, वह मुख्यमंत्री नहीं बन पाता. इस मिथक को लेकर पूर्व सीएम अखिलेश यादव को मीडिया में अक्सर छेड़ा जाता रहा है. दरअसल, यह मिथक 1985 में वीर बहादुर सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल से चला आ रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, 1980 के दशक में नारायण दत्त तिवारी और वीर बहादुर सिंह नोएडा गए और दुर्योगवश दोनों ही चुनाव हार गए. इसके बाद से बड़े-बड़े नेता नोएडा जाने से कतराते रहे.

यूपी के सीएम रहे मुलायम सिंह यादव भी नोएडा जाने से कतराते थे. 2011 में बसपा सुप्रीमो मायावती नोएडा गई थीं और फिर 2012 के चुनाव में हार गईं. पूर्व सीएम अखिलेश यादव ही नहीं, राजनाथ सिंह ने भी नोएडा से शुरू होने वाली योजनाओं का शिलान्यास या तो प्रदेश की राजधानी लखनऊ से किया या फिर देश की राजधानी दिल्ली से. लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ अपने कार्यकाल में कई बार नोएडा गए और इस मिथक को गलत साबित किया.

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