x
राजनीति

विदेश से पढ़कर आए हैं ये पांच उम्मीदवार,जानिए इन्हें जीत मिली या हार


सरकारी योजना के लिए जुड़े Join Now
खबरें Telegram पर पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो चुका है। आज (10 मार्च) को मतगणना हो रही है और जल्द ही परिणाम सामने आएंगे। जिन राज्यों में चुनाव हुए हैं, उनमें उत्तर प्रदेश के अलावा पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा शामिल हैं। इनमें से सबसे ज्यादा चर्चा का केंद्र उत्तर प्रदेश बना हुआ है। इस बार के विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में पार्टियों ने उम्मीदवारों पर खासा ध्यान दिया है। राज्य में पांच उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने विदेशों से पढ़ाई की है। इस रिपोर्ट में पढ़िए विदेश से पढ़ाई करके यहां चुनावी मैदान में उतरने वाले इन प्रत्याशियों के बारे में।

रूपाली दीक्षित समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर आगरा की फतेहाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। फिलहाल जेल में बंद बाहुबली अशोक दीक्षित की बेटी रूपाली की पढ़ाई-लिखाई लंदन में हुई है। वह लंदन में नौकरी भी कर रही थीं लेकिन पिता को सजा सुनाए जाने के बाद वह आगरा लौट आईं।
इस सीट पर भाजपा के उम्मीदवार छोटे लाल वर्मा एक लाख आठ हजार 811 वोट के साथ जीते। रूपाली दीक्षित 55,576 वोट के साथ हार का सामना करना पड़ा।

कांग्रेस पार्टी ने रायबरेली सदर सीट से डॉ. मनीष सिंह को उम्मीदवार बनाया है। मनीष सिंह ने स्कॉटलैंड से मास्टर ऑफ मेडिसिन की पढ़ाई की है। वह विदेशों में अपनी सेवाएं देने के साथ भारत के भी कई प्रसिद्ध अस्पतालों में काम कर चुके हैं। साल 2004 में सिंह ने रायबरेली में सिमहैंस अस्पताल की स्थापना की थी।
बदायूं की सहसवान विधानसभा सीट पर जो उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं उनमें एक नाम कुणाल यादव का भी है। पश्चिमी यूपी के बाहुबली और चर्चित नेता डीपी यादव के बेटे कुणाल ने लंदन यूनिवर्सिटी से बीबीए की डिग्री ली है। इस चुनाव में वह अपने पिता की राष्ट्रीय परिवर्तन दल के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

इस सीट पर सपा के बृजेश यादव 83 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं। वहीं, कुणाल सिंह को केवल 23,979 वोट ही मिल पाए हैं।रायबरेली सीट से भाजपा की अदिति सिंह विजेता रहीं, जिन्हें एक लाख दो हजार 429 वोट प्राप्त हुए। वहीं, मनीष सिंह को केवल 14,954 वोट ही मिल पाए।

अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने प्रतीक पांडेय को उम्मीदवार बनाया है। ऑस्ट्रेलिया की मेलबर्न यूनिवर्सिटी से एलएलएम की डिग्री प्राप्त करने वाले प्रतीक पूर्व विधायक पवन पांडेय के बेटे हैं। वह अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं।
कटेहरी विधानसभा सीट पर सपा के लालजी वर्मा 93 हजार से अधिक वोटों के साथ शीर्ष पर हैं। वहीं, प्रतीक पांडेय को 58 हजार से कुछ अधिक वोट मिले हैं। निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के प्रत्याशी अवधेश कुमार भी पांडेय से आगे चल रहे हैं।

रालोद-सपा गठबंधन ने मेरठ कैंट विधानसभा सीट से मनीषा अहलावत पर दांव लगाया है। पहली बार चुनाव लड़ रहीं मनीषा ने मेरठ की सीसीएस यूनिवर्सिटी से बीएससी करने के बाद अमेरिका में अटलांटा की जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री पूरी की है। वह सरधना के पूर्व विधायक चंद्रवीर सिंह की बेटी हैं।

मेरठ कैंट विधानसभा सीट पर भाजपा के अमित अग्रवाल एक लाख से अधिक वोटों के साथ पहले स्थान पर हैं। मनीषा के खाते में 32 हजार से कुछ ज्यादा वोट आए हैं।

Back to top button